नई दिल्ली
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर करारा हमला बोला है। उन्होंने विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि- महाराष्ट्र में 40 लाख वोट रहस्यमयी तरीके से जोड़े गए हैं। राहुल गांधी का आरोप है लोकसभा चुनाव 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के बीच इन मतदाताओं को जोड़ा गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बीते कुछ समय से चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और कुछ अन्य जगहों की मतदाता सूची के आधार पर चौंकाने वाले दावे किए हैं। मतदाता सूची में जोड़े गए हजारों-लाखों नाम का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन न करते हुए वोट की चोरी की जा रही है। उन्होंने कई आंकड़ों का हवाला देते हुए चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि आयोग की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है। राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से जुटाए गए सबूतों का जिक्र करते हुए कहा कि वोटों की चोरी भाजपा के लिए की जा रही है। मतदाता सूची के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद ने सवाल किया कि आयोग इस मुद्दे पर जवाब क्यों नहीं दे रहा है। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में चंद महीने में लाखों मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े गए, जो काफी चिंताजनक है। राहुल का कहना है कि, शाम पांच बजे के बाद वोटर टर्नआउट का बढ़ना भी हैरान करने वाला है। नवंबर 2024 में कराए गए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद हमारे संदेह की पुष्टि हुई कि विधानसभा चुनाव में ‘धांधली’ हुई… मशीन में पढ़ी जा सकने वाली मतदाता सूची नहीं मुहैया कराए जाने से हमें यकीन हो गया कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चुनाव में ‘धांधली’ के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत की है। कांग्रेस सांसद ने महाराष्ट्र के अलावा एक अन्य राज्य को लेकर भी चौंकाने वाला दावा किया। बकौल राहुल गांधी, कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर 6.5 लाख वोटों में से 1 लाख से अधिक वोटों की ‘वोट चोरी’ हुई। कांग्रेस के शोध में कर्नाटक के महादेवपुरा निर्वाचन क्षेत्र में एक लाख से अधिक फर्जी मतदाता, अवैध पते और बड़ी संख्या में मतदाता (बल्क वोटर्स) पाए गए।
सबूत के साथ शपथ पत्र हमें सौंपे: चुनाव आयोग
कर्नाटक में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाया है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि यदि उन्होंने जिन मतदाताओं के नाम, पते और पहचान को लेकर धांधली के आरोप लगाए हैं, तो वे उसके प्रमाण के साथ शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें. नहीं तो वे अपने बयान वापस लें और जनता को गुमराह करना बंद करें. चुनाव आयोग द्वारा जारी घोषणा पत्र में राहुल गांधी को यह स्पष्ट करना है कि वह किन नामों को फर्जी मानते हैं, उनका पार्ट नंबर और सीरियल नंबर क्या है, और यह बयान वे निजी जानकारी के आधार पर दे रहे हैं. आयोग ने कहा कि अगर राहुल गांधी झूठी जानकारी देते हैं तो उन पर RP Act 1950 की धारा 31 और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 227 के तहत कानूनी कार्रवाई हो सकती है. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) द्वारा जारी पत्र पर जब राहुल गांधी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं एक नेता हूं. जो मैं जनता से कहता हूं, वही मेरा शब्द है. मैं यह बात सबके सामने सार्वजनिक रूप से कह रहा हूं. इसे ही मेरी शपथ मानिए.

