गांधीनगर । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के समक्ष सहकारी क्षेत्र का श्रेष्ठ मॉडल प्रस्तुत कर आने वाले समय में सहकारिता क्षेत्र में भी देश को आगे रखेगा। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 ‘सहकारिताएं एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती हैं’ थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस संदर्भ में बुधवार को गांधीनगर में ‘सहकार से समृद्धि’ के अंतर्गत जिला मध्यस्थ सहकारी बैंकों, दूध उत्पादक सहकारी मंडलियों, खेती बैंक और गुजकोमासोल सहित अन्य सहकारी संस्थाओं के अग्रणियों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस कार्यशाला में अध्यक्षीय संबोधन देते हुए कहा कि स्वतंत्रता से पहले गुजरात के दो सपूत महात्मा गांधी और सरदार पटेल की अगुवाई में हुए असहयोग आंदोलन में अग्रणी रहा गुजरात आज प्रधानमंत्री मोदी और प्रथम सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में ‘सहकार से समृद्धि’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के विजन को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अंतिम छोर के व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में लाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहकारी क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विशेष रूप से प्राथमिक सहकारी मंडलियां इसके लिए और स्वदेशी से आत्मनिर्भरता का उचित प्लेटफॉर्म है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत को 140 करोड़ भारतवासियों का संकल्प और जनांदोलन बनाया है। हम आत्मनिर्भरता के लिए सहकारी मंडलियों और स्वयं सहायता समूहों की मंडलियों द्वारा बनाई गई वस्तुएं खरीदकर आत्मनिर्भर भारत के साथ ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ पहल को गति दे सकते हैं। इस कार्यशाला में कृषि और पशुपालन मंत्री राघवजी पटेल, वन-पर्यावरण मंत्री मूलुभाई बेरा, और वन-पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल उपस्थित रहे।

