नई दिल्ली
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर में भारी बारिश के बीच मणिमहेश यात्रा पर निकले 11 श्रद्धालुओं की लैंडस्लाइड में मौत हो गई है। मृतकों में 3 पंजाब, 1 उत्तर प्रदेश और 5 चंबा के रहने वाले हैं। दो लोगों की अभी पहचान नहीं हुई है।अधिकारियों के अनुसार, लोगों की मौतें पहाड़ से पत्थर गिरने और ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है। भरमौर में करीब 3 हजार मणिमहेश श्रद्धालु फंसे हैं, जिनका रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पिछले सप्ताह लैंडस्लाइड में 7 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। 9 लापता हो गए थे। पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश और अतिवृष्टि ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रुद्रप्रयाग जिले के पूर्वी बांगर क्षेत्र में भूस्खलन के कारण छेनागाड़ का पड़ाव पूरी तरह तबाह हो गया है।तड़के हुई मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ी से आए मलबे के सैलाब में 15 से अधिक दुकानें और मकान बह गए। जिससे 8 लोग लापता हो गए हैं, जिनमें चार नेपाली मजदूर और एक वनकर्मी शामिल हैं। इस घटना में सड़क और पैदल मार्ग भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं जिससे बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं जखोली ब्लॉक के टेंडवाल गांव में एक आवासीय मकान जमींदोज होने से एक महिला सरिता देवी की मलबे में दबकर मौत हो गई। इधर चमोली के देवाल विकासखंड के मोपाटा गांव में भी भूस्खलन से एक दोमंजिला मकान ढह गया। जिसमें पति-पत्नी तारा सिंह और कमला देवी की मलबे में दबकर मौत हो गई। उनके पास ही रहने वाले एक अन्य दंपती घायल हो गए जिन्हें रेस्क्यू टीम ने अस्पताल पहुंचाया। बारिश से नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की चेतावनी दी है और पुलिस की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

