एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे; जिनपिंग-पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे
बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी दो दिवसीय जापान यात्रा समाप्त करके टोक्यो से चीन के तिआनजिन शहर पहुंचे. वह यहां शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. सम्मेलन से इतर पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात भी होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘चीन के तिआनजिन पहुंच गया हूं. एससीओ शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श और विभिन्न विश्व नेताओं से मुलाकात के लिए उत्सुक हूं.’ यहां एयरपोर्ट पर उनका रेड कारपेट बिछाकर भव्य स्वागत हुआ. पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए तियानजिन पहुंचे हैं. इस बैठक के दौरान उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात होगी. पीएम मोदी का तियानजिन में पारंपरिक भारतीय नृत्य के साथ स्वागत किया जाएगा। पीएम मोदी के स्वागत में प्रस्तुति देने वाली कथक नृत्यांगना डू जुआन ने कहा, ‘मेरा भारतीय नाम सचिता है। आज हम कथक प्रस्तुत करने जा रहे हैं, और मैं पिछले 12 वर्षों से कथक सीख रही हूं। हम लंबे समय से इसका अभ्यास कर रहे हैं, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में प्रस्तुति देना हमारे लिए सम्मान की बात है।’ इस यात्रा पर पूरी दुनिया की नजर है। दुनिया बेहद उत्सुकता से पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात का इंतजार कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों की वजह से भारत-अमेरिका संबंधों में अचानक आई गिरावट को देखते हुए यह यात्रा और भी महत्वपूर्ण हो गई है। पीएम मोदी मोदी मुख्य रूप से 31 अगस्त और 1 सितंबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन आए हैं। हालांकि, रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी निर्धारित बैठक वाशिंगटन के टैरिफ विवाद के मद्देनजर और भी महत्वपूर्ण हो गई है, जिसका असर दुनिया भर की लगभग सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ा है। इस वार्ता में पीएम मोदी और शी भारत-चीन आर्थिक संबंधों का जायजा लेने और पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद के बाद गंभीर तनाव में आए संबंधों को और सामान्य बनाने के लिए कदमों पर विचार-विमर्श करेंगे। पीएम मोदी शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं। तियानजिन की अपनी यात्रा से पहले पीएम मोदी ने कहा कि विश्व आर्थिक व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए भारत और चीन का मिलकर काम करना जरूरी है। जापान के योमिउरी शिंबुन को दिए एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर पूर्वानुमानित और सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति एवं समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इससे पहले शुक्रवार को प्रकाशित साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा, ‘विश्व अर्थव्यवस्था में मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में भारत और चीन के लिए विश्व आर्थिक व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए मिलकर काम करना भी जरूरी है।’ पीएम मोदी की चीन यात्रा चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा के एक पखवाड़े से भी कम समय बाद हो रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ वांग की व्यापक वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने दोनों पक्षों के बीच स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंधों के लिए कई उपायों की घोषणा की थी।
जापान में मोदी ने बुलेट ट्रेन का सफर किया
PM मोदी शनिवार को जापान दौरे के दूसरे दिन एडवांस बुलेट ट्रेन E10 देखने मियागी प्रांत के सेंडाई पहुंचे। यहां उनके साथ जापान के PM शिगेरू इशिबा भी मौजूद थे।दोनों नेताओं ने ट्रेन में सफर भी किया। इस दौरान उन्होंने भारत के ट्रेन ड्राइवरों से मुलाकात भी की। इन्हें जापान का ईस्टर्न रेलवे ट्रेनिंग दे रहा है। ये भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेनों को चलाएंगे।सेंडाई पहुंचने पर स्थानीय लोगों और भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत किया। लोग हाथों में झंडे लेकर ‘जापान में आपका स्वागत है, मोदी सैन!’ के नारे लगा रहे थे। मोदी ने जापानी पीएम शिगेरु इशिबा को आंध्र प्रदेश के मूनस्टोन और चांदी से बना रामेन बाउल्स विद चॉपस्टिक्स सेट दिया। मोदी ने सेंडाई में सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली फैक्ट्री टोक्यो इलेक्ट्रॉन लिमिटेड का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा भी थे।इससे पहले मोदी ने शुक्रवार को 15वीं भारत-जापान समिट में हिस्सा लिया। इस दौरान दोनों देशों में 150 समझौते हुए। जापानी PM ने भारत में अगले 10 साल में 6 लाख करोड़ रुपए निवेश की बात कही। मोदी ने जापान के कई अहम लोगों से मुलाकात की। इसमें राजनीति, उद्योग, टेक्नोलॉजी और शिक्षा जगत के अधिकारियों के साथ बैठक की।इसमें मियागी प्रान्त के गवर्नर मुराई, JR ईस्ट (जापान रेलवे ईस्ट कंपनी) के चेयरमैन फुकाजावा, टोक्यो इलेक्ट्रॉन (जापान की बड़ी टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर कंपनी) के प्रेसिडेंट कावाई और तोहोकू यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट तोमुनागा थे।

