अहमदाबाद। पूरे देश में दशलक्षण महापर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है, और इस वर्ष अहमदाबाद शहर तपस्या का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। इस दौरान, गुजरात यूनिवर्सिटी कैंपस में महा तपस्वी आचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज और उनके 65 संतों के संघ का आगमन हुआ है। उनकी उपस्थिति में यहाँ एक अद्भुत आध्यात्मिक माहौल बन गया है, जहाँ प्रतिदिन हज़ारों श्रद्धालु धार्मिक लाभ ले रहे हैं। कपिल शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य श्री के मार्गदर्शन में कई मुनि, आर्यिका माताजी और श्रावक कठोर तपस्या कर रहे हैं। सद्बोध मति माताजी 32 उपवास और सुरक्षा मति माताजी 16 उपवास पर हैं, जबकि अन्य मुनि आर्यिका माताजी 10 उपवास कर रही हैं। इसके अलावा, 800 से अधिक श्रावकों ने भी कठोर तपस्या की है, जिनमें से कई ने 16 करण के 16 उपवास करते हुए लगातार 32 दिनों तक निर्जल व्रत किए हैं। यह दृश्य जैन समाज और पूरी मानवता के लिए त्याग और संयम का एक अनूठा संदेश है। इस तप महायज्ञ का सामूहिक महापारणा (तपस्या के बाद पहला भोजन) 7 सितंबर 2025 को सुबह 7:45 बजे गुजरात यूनिवर्सिटी कैंपस में भव्य तरीके से आयोजित होगा। यह कार्यक्रम न केवल जैन समुदाय के लिए, बल्कि पूरे शहर के निवासियों के लिए भी आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत बनेगा।

