मिजोरम को राज्य की राजधानी से राष्ट्रीय राजधानी तक की पहली ट्रेन मिलेगी
रेलवे, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने मिजोरम के साइरंग रेलवे स्टेशन का दौरा किया और इसके उद्घाटन से पहले बैराबी-साइरंग रेल लाइन के महत्व के बारे में मीडिया से बात की। वैष्णव ने निर्माण के दौरान आई असाधारण चुनौतियों का जिक्र किया, जिनमें इस क्षेत्र की जटिल हिमालयी भूविज्ञान शामिल है। मंत्री ने कहा कि युवा पहाड़ों की वजह से कार्बनिक पदार्थों और ढीली रेत के कारण मुश्किलें आईं, जिससे सुरंग बनाने की नई तकनीकों की जरूरत पड़ी। टीम को सुरंग और पुलों का निर्माण शुरू करने से पहले रेत को चट्टान जैसी ठोस संरचना में बदलना पड़ा।
बैराबी से साइरंग तक 51 किलोमीटर के इस ट्रैक पर 45 सुरंगें और 55 बड़े पुल बनाए गए हैं, जिनमें से एक पुल कुतुब मीनार से भी ऊँचा है, जो भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक है। व्यापक विकास के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने घोषणा की कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बैराबी-साइरंग परियोजना के साथ-साथ राज्य की राजधानी को राजधानी एक्सप्रेस के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाली पहली ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे।
मंत्री ने यह भी कहा कि मालगाड़ी सेवा परसों, यानी 14 सितंबर को शुरू होगी। उन्होंने बताया कि इस नई रेलवे लाइन के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को सीमेंट, स्टील और घरेलू सामानों के परिवहन से लाभ होगा, जिससे ये उत्पाद अधिक किफायती हो जाएँगे। मंत्री ने मिजोरम से जैविक, ताजी सब्जियाँ, सुंदर फूल और ड्रैगन फ्रूट जैसे विदेशी फलों को रेलवे नेटवर्क के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों में पहुँचाने की संभावना पर भी चर्चा की। यह मॉडल कश्मीर से दिल्ली तक सफल सेब परिवहन सेवा से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देना और आर्थिक अवसरों को बढ़ाना है। मंत्री ने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी से पर्यटकों के लिए इस क्षेत्र का दौरा करना आसान हो जाएगा और इसे पहले ही व्यापक सराहना मिल चुकी है। वैष्णव ने पूर्वोत्तर के रेलवे विकास के लिए बजटीय आवंटन में हुई महत्वपूर्ण वृद्धि पर भी जोर दिया, जो 2014 से पहले प्रति वर्ष लगभग ₹2,000 करोड़ था और अब बढ़कर लगभग ₹10,000 करोड़ हो गया है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वैष्णव ने पूरी परियोजना टीम को बधाई दी और अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार; पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव, और महाप्रबंधक (निर्माण) अरुण कुमार चौधरी के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर लोकसभा सांसद रिचर्ड वनललहमंगाइहा और राज्यसभा सांसद के. वनललवेना भी उपस्थित थे।

