- अहमदाबाद में 9वीं अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म परिषद का शुभारंभ
- मानव अस्तित्व के मूल प्रश्नों जैसे ‘मैं कौन हूं?’ ने सभ्यताओं को आकार दियाः गजेंद्र सिंह शेखावत
अहमदाबाद
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी और इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित 9वीं अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म परिषद 2025 का शुभारंभ अहमदाबाद में हुआ। उद्घाटन गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री, अंतरराष्ट्रीय मेहमान और विभिन्न धर्मों के नेता उपस्थित रहे। परिषद की थीम ‘कर्म, पुनर्जनम, देहांतरण और अवतार सिद्धांत’ है। राज्यपाल ने कहा, “धर्म और धम्म भारत की विश्व को देन हैं। धर्म वह है जो मैं अपने लिए चाहता हूं, वही दूसरों के लिए करूं।” उन्होंने भगवद् गीता का हवाला देते हुए कहा, “जो व्यवस्था और संसार को बनाए रखे, वही धर्म है।” उन्होंने उपनिषदों के कर्म और पुनर्जनम के सिद्धांतों की गहन व्याख्या की और ईश्वर के सद्गुणों को अपनाने पर जोर दिया। केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मानव अस्तित्व के मूल प्रश्नों जैसे ‘मैं कौन हूं?’ ने सभ्यताओं को आकार दिया। “धर्म के बिना मनुष्य पशु समान है,” उन्होंने जोड़ा। परिषद में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्वामी गोविंद देवगिरी, भूटान और मॉरीशस के मंत्री, यूनिवर्सिटी की कुलपति अमीबेन उपाध्याय सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

