- प्रधानमंत्री ने 33,600 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया तथा विभिन्न परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
- ‘चिप से शिप’ तक का निर्माण आत्मनिर्भर भारत की समृद्धि का द्वार खोलेगा : पीएम
- गुजरात देश का 39 प्रतिशत कारगो हैंडलिंग करने वाला राज्य बना : मुख्यमंत्री
गांधीनगर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भावनगर में आयोजित ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में 33,600 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया तथा विभिन्न परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। उन्होंने शुक्रवार को हुए एमओयू के लिए पोर्ट एवं मरीन क्षेत्र के व्यवसायियों का भी आभार प्रकट किया। मोदी ने इस कार्यक्रम में स्पष्ट रूप से कहा कि ‘चिप से शिप’ तक के निर्माण द्वारा आत्मनिर्भरता हासिल कर भारत की समृद्धि का द्वार खोलना है। आज भावनगर ‘समुद्र से समृद्धि’ की ओर जाने का केन्द्र बना है। उन्होंने कहा कि 2047 में विकसित भारत के संकल्प में आत्मनिर्भरता मुख्य है। उसकी विभावना पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि सभी दुःखों की एक ही दवा है, वह है आत्मनिर्भरता। भारत का समुद्री किनारा समृद्धि के द्वार खोलने वाला बनने वाला है। भारत सरकार सामुद्रिक विरासत के भारत के पुरातन गौरव को फिर से हासिल करने के लिए मरीन क्षेत्र की नीतियों में परिवर्तन ला रही है प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत का कोई दुश्मन नहीं है। अगर दुश्मन है, तो वह दसरे देशों पर निर्भरता है। जितनी विदेशी निर्भरता, उतनी देश की विफलता। विश्व में शांति, स्थिरता तथा समृद्ध के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना ही होगा। हम 140 करोड़ देशवासियों का भविष्य दूसरों पर नहीं छोड़ सकते। जब अन्यों पर निर्भरता भारत के आत्मसम्मान-स्वाभिमान पर प्रहार समान है, तब हमें विश्व बंधुत्व की भावना से ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मंत्र को साकार करना है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस मंत्र को साकार करने के लिए समग्र देशवासियों को एक भारत-श्रेष्ठ भारत के ध्येय के साथ कार्य करना होगा। गुजरात के व्यापारी भी उनकी दुकान पर ‘गर्व से कहो, यह स्वदेशी है’ के स्टिकर लगाकर आत्मनिर्भर भारत की अलख को अधिक मजबूत बनाएं। उन्होंने आगे कहा कि पोर्ट लेड उद्योग को गति देने तथा क्रूज टूरिज्म को बढ़ाने के लिए मुंबई इंटरनेशनल क्रूज स्टेशन का लोकार्पण हुआ है। गुजरात में भी पोर्ट विकास के अनेक कार्य गति-प्रगति में हैं। गुजरात में भी अलंग के साथ अनेक स्थानों पर शिप बिल्डिंग तथा रिसाइकलिंग के कार्य विकसित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भावनगर में आयोजित कार्यक्रम में राज्य में एक ही दिन में 33,600 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब गुजरात अलग राज्य बना, तब लोगों के मन में यह आशंका थी कि यह राज्य अपर्याप्त संसाधनों के साथ कैसे आगे बढ़ पाएगा। लेकिन 2001 से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाली, तब से गुजरात ने न केवल विकास की राह पर छलांग लगाई है, बल्कि यह पूरे देश का रोल मॉडल भी बन गया है। इन प्रयासों के कारण बंदरगाहों के आसपास नए उद्योगों का निर्माण हुआ है। आयात-निर्यात की सुविधाएं बढ़ी हैं। निजी निवेश भी आकर्षित हुआ है। अभिनव बंदरगाह नीति और शिप बिल्डिंग जैसी नीतियों के कारण गुजरात आज देश का 39 फीसदी कार्गो हैंडल करने वाला राज्य बन गया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ शिप बिल्डिंग और शिप रीसाइक्लिंग जैसे क्षेत्र भी विकसित हुए हैं। आज राज्य में एलएनजी औ कंटेनर टर्मिनल कार्यरत हो गए हैं तथा सड़क, रेल तथा लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में भी सुधार हुआ है। अंत में, मुख्यमंत्री ने लोगों से आगामी नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारों में स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को सच्चे अर्थ में चरितार्थ करने का आह्वान किया। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने स्वागत भाषण में गुजरात की पावन भूमि को वंदन करते हुए कहा कि गुजरात की भूमि ने महान सपूत दिए हैं। उन्होंने ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारे देश का हर कोना जल-आधारित परिवहन से जुड़ रहा है। प्रधानमंत्री के मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत दुनिया की एक बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। रिफॉर्म और ट्रांसफॉर्म से शिपिंग क्षेत्र में अद्भुत परिवर्तन आया है। आज मैरीटाइम क्षेत्र में निवेश के अवसर बढ़ गए हैं। हमें ‘विकास भी, विरासत भी’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ना है। कार्यक्रम में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री मती निमुबेन बांभणिया, गुजरात के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल, कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल, जल आपूर्ति मंत्री कुंवरजीभाई बावळिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मती भानुबेन बाबरिया, मत्स्योद्योग राज्य मंत्री परषोत्तमभाई सोलंकी, विधायक सर्व सेजलबेन पंड्या, जीतूभाई वाघाणी सहितकई पदाधिकारी, अधिकारी और राज्य भर से आए नागरिक एवं भावनगर की जनता बड़ी संख्या में मौजूद रही।

