- अहमदाबाद की विधि परमार ने अमेरिका के मियामी राज्य के फ्लाइट स्कूल संस्थान से कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस का प्रशिक्षण प्राप्त किया है
गांधीनगर। नवरात्रि में नारी शक्ति की आराधना के बीच गुजरात की बेटी विधि परमार ने अपने सपनों को नई उड़ान देकर एक मिसाल कायम की है। अहमदाबाद के वेजलपुर की रहने वाली 23 वर्षीय विधि हर्षदभाई परमार ने गुजरात सरकार की ‘अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए कॉमर्शियल पायलट प्रशिक्षण लोन योजना’ की मदद से कॉमर्शियल पायलट बनने का अपना बचपन का सपना पूरा किया। आज वह न केवल एक पायलट हैं, बल्कि ग्राउंड इंस्ट्रक्टर के रूप में प्रतिमाह 40,000 रुपये की आय अर्जित कर अपने परिवार के लिए आर्थिक सहारा भी बन रही हैं।विधि ने बताया, “बचपन से मेरा सपना था कि मैं आकाश में उड़ान भरूँ। गुजरात सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की इस योजना के बारे में जानकर मैंने आवेदन किया। वर्ष 2023-24 में मुझे अमेरिका के मियामी फ्लाइट स्कूल में प्रशिक्षण के लिए 25 लाख रुपये का लोन मिला। इस सहायता ने मेरे सपने को हकीकत में बदला।” विधि ने गुजरात सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। ‘अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए कॉमर्शियल पायलट प्रशिक्षण लोन योजना’ अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को 25 लाख रुपये तक का लोन 4% वार्षिक ब्याज दर पर प्रदान करती है। इसके लिए कक्षा 10/12 उत्तीर्ण होना और प्रशिक्षण संस्थानों की पात्रता शर्तों को पूरा करना आवश्यक है। आवेदक को प्रशिक्षण खर्च का अनुमानित विवरण प्रस्तुत करना होता है, जिसमें ट्यूशन फीस और अन्य खर्च शामिल होते हैं। यह योजना अनुसूचित जाति के युवाओं को उच्च शिक्षा और करियर में नई ऊँचाइयाँ छूने का अवसर देती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत@2047 के विजन में महिला सशक्तिकरण को विशेष महत्व दिया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं के शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विधि जैसी बेटियाँ इस दिशा में प्रेरणा का स्रोत हैं, जो न केवल अपने सपनों को पूरा कर रही हैं, बल्कि समाज के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। यह उपलब्धि गुजरात की अन्य युवतियों के लिए प्रेरणा है कि मेहनत और सही अवसरों के साथ वे भी अपने सपनों को उड़ान दे सकती हैं।

