गांधीनगर । गांधीनगर के पास स्थित सुप्रसिद्ध रूपाल गाँव में, आसो सूद नोम यानी 30 सितंबर की रात को भव्य पल्ली निकलेगी। वरदायिनी माता के इस पौराणिक उत्सव के लिए मंदिर के ट्रस्टी नितिन पटेल ने तैयारियों के संबंध में बयान दिया। नितिन पटेल ने बताया कि नोम के दिन रात 12 बजे के बाद माताजी की पल्ली यात्रा शुरू होगी, जो तड़के सुबह सुरक्षित रूप से मंदिर लौट आएगी। लगभग पाँच हज़ार साल पुरानी परंपरा के अनुसार, इस पल्ली यात्रा के दौरान श्रद्धालु अपनी मन्नत के अनुसार हजारों टन शुद्ध घी का अभिषेक करेंगे। इस उत्सव में लाखों की संख्या में दर्शनार्थी उमड़ते हैं, जिसके कारण गाँव के रास्तों पर घी की नदियाँ बहने जैसा दृश्य बनता है। ट्रस्टी मंडल द्वारा दर्शनार्थियों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ पूरी की गई हैं। विशेष रूप से, यदि बारिश का माहौल रहा तो श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डोम (शेड) भी तैयार रखे जाएँगे। वरदायिनी माता की यह पल्ली न केवल धार्मिक आस्था का, बल्कि सांप्रदायिक एकता का भी प्रतीक है। क्योंकि पल्ली के निर्माण और यात्रा में गाँव के सभी समुदायों के लोग उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं। पुलिस ने भी शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन संपन्न हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी है।

