हमारे लिए अब यह बीता हुआ अध्याय : सीजेआई
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने गुरुवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर हमले की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर (71) की मेंबरशिप तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी। SCBA ने कहा कि वकील का व्यवहार पेशेवर नैतिकता, शिष्टाचार और सुप्रीम कोर्ट की गरिमा का गंभीर उल्लंघन है।वहीं, बेंगलुरु में ऑल इंडिया एडवोकेट एसोसिएशन ने राकेश किशोर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। बेंगलुरु पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 132 और 133 के तहत FIR दर्ज की है। CJI गवई, वकील के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने से इनकार कर चुके हैं।राकेश ने 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के अंदर CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई पर बीते सोमवार को 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर द्वारा जूता फेंकने की कोशिश करने के मामले में देशभर में चर्चा तेज है। ऐसे में सीजेआई गवई ने गुरुवार को इस मामले में फिर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सोमवार को जो कुछ हुआ, उससे मैं और मेरे साथी जस्टिस विनोद चंद्रन बहुत स्तब्ध रह गए। हालांकि, अब यह हमारे लिए एक भूला हुआ अध्याय है। गवई ने मामले को आगे न बढ़ाने का संकेत भी दिया। बता दें कि यह टिप्पणी उस समय आई जब अदालत वनाशक्ति फैसले से जुड़े पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई कर रही थी। इस बेंच में जस्टिस उज्जल भुयान भी शामिल थे। gujaratvaibhav.com
उन्होंने वकील राकेश किशोर के इस हरकत पर सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस हरकत पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी। उन्होंने इसे सुप्रीम कोर्ट का अपमान बताया। मामले में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस हरकत को अक्षम्य बताया और सीजेआई की गरिमा और संयम की प्रशंसा की। वहीं वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने मामले को यहीं खत्म करने की बात कही।

