एमओयू का उद्देश्य अनुसंधान, विकास और शैक्षणिक आदान-प्रदान में सहयोग को मजबूत करना
गांधीनगर । नवाचार और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, भारतीय सेना और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर ने वडोदरा के ईएमई स्कूल में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य अनुसंधान, विकास और शैक्षणिक आदान-प्रदान में सहयोग को मजबूत करना है। भारतीय सेना की ओर से ईएमई स्कूल वडोदरा के कमांडेंट मेजर जनरल मोहित गांधी ने और आईआईटी गांधीनगर की ओर से निदेशक प्रो. राजत मूना ने 4 नवंबर 2025 को इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए।आईआईटी गांधीनगर भारतीय सेना और उसके संबद्ध संस्थानों के साथ मिलकर सेना की विशिष्ट आवश्यकताओं का आकलन करेगा तथा नवाचार, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप अवसरों, अनुसंधान, क्षमता निर्माण, ज्ञान साझाकरण, प्रमाणन, प्रौद्योगिकी इनक्यूबेशन, संयुक्त परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा। इन प्रयासों से सेना की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने और सेना की समस्या कथनों का समाधान सुनिश्चित होगा।यह एमओयू सेना के कार्मिकों को आईआईटी गांधीनगर के शैक्षणिक कार्यक्रमों, सेमिनारों, वेबिनारों, सम्मेलनों, विशेष तकनीकी कार्यशालाओं तथा विशेषज्ञों के साथ अंतर्क्रियाओं में भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे उनकी तकनीकी क्षमता और नवाचारी सोच में वृद्धि होगी।यह सहयोग शीर्षस्तरीय शैक्षणिक अनुसंधान और वास्तविक परिचालन आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटेगा, जिससे सेना तकनीकी रूप से चुस्त-दुरुस्त और आत्मनिर्भर बनी रहे। आईआईटी गांधीनगर के लिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा नवाचार की दिशा में अपनी विशेषज्ञता लागू करने का अवसर प्रदान करेगा। यह एमओयू नागरिक-सैन्य अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाने, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने तथा स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकास की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

