NDA को रिकॉर्ड 202 सीटें, महागठबंधन के खाते में 35 सीटें , तेजस्वी जीत, तेजप्रताप हारे
हमारा विजन देख जनता ने हमें भारी बहुमत दिया: मोदी
बिहार देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल होगा: नीतीश
पटना/नई दिल्ली(वी.एन.झा)
बिहार चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। 243 में से 202 सीटों के साथ NDA रिकॉर्ड जीत की ओर है। जबकि महागठबंधन के खाते में 35 सीटें आ रही हैं। NDA को 2020 के मुकाबले 75 से ज्यादा सीटों का फायदा हो रहा है, वहीं महागठबंधन को लगभग इतनी ही सीटों का नुकसान हो रहा है। पिछली बार 43 सीटों पर सिमटी JDU की झोली में इस बार 80+ सीटें हैं। वहीं 89 सीटों के साथ BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। राजद 24 सीटों पर आगे चल रही है।बड़े चेहरों में राघोपुर से तेजस्वी यादव करीब 12 हजार वोटों से जीत गए हैं। तेजप्रताप यादव महुआ से चुनाव हार गए हैं। उनकी पार्टी JJD ने हार के बाद फेसबुक पर पोस्ट किया है।इसमें लिखा है- तेजस्वी फेलस्वी हो गया। RJD को जयचंदों ने खोखला कर दिया। मोदी विश्व के मजबूत नेता हैं। NDA को उसकी एकता ने जिताया। कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा। प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी तो चुनाव में क्लीन बोल्ड हो गई। मतगणना और नतीजे की गहमागहमी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में इस जनादेश को बिहार में सुशासन और विकास की जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि बिहार ने विपक्ष के झूठ का मजबूती से जवाब दिया है।प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर अपने सिलसिलेवार पोस्ट में लिखा, ‘मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं!’उन्होंने एक अन्य एक्स पोस्ट में लिखा, ‘एनडीए ने राज्य का चौतरफा विकास किया है। लोगों ने हमारे ट्रैक रिकॉर्ड और राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के हमारे विजन को देखकर हमें भारी बहुमत दिया है। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और एनडीए परिवार के हमारे सहयोगी चिराग पासवान जी, जीतन राम मांझी जी और उपेंद्र कुशवाहा जी को इस जबरदस्त जीत के लिए हार्दिक बधाई देता हूं।’ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर कहा, चुनाव में राज्यवासियों ने हमें भारी बहुमत देकर हमारी सरकार के प्रति विश्वास जताया है। इसके लिए राज्य के सभी सम्मानित मतदाताओं को मेरा नमन, हृदय से आभार एवं धन्यवाद। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनसे मिले सहयोग के लिए उनका नमन करते हुए हृदय से आभार एवं धन्यवाद। एनडीए ने इस चुनाव में पूरी एकजुटता दिखाते हुए भारी बहुमत हासिल किया है। इस भारी जीत के लिए एनडीए गठबंधन के सभी साथियों चिराग पासवान, जीतन राम मांझी एवं उपेन्द्र कुशवाहा को भी धन्यवाद एवं आभार। आप सबके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगा तथा बिहार देश के सबसे ज्यादा विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल होगा।
जीत का जश्न दिल्ली में , मोदी गमछा लहराते हुए भाजपा मुख्यालय पहुंचे ,बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया
पीएम मोदी ने शुक्रवार शाम को बिहार में एनडीए की जीत पर कहा कि बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया। अब कट्टा सरकार कभी वापस नहीं आएगी। उन्होंने छठी मईया के जयकारे भी लगाए।वे शाम 6 बजकर 51 मिनट पर दिल्ली में पीएम भाजपा मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं का गमछा लहराकर अभिवादन किया। इस दौरान सारे कार्यकर्ताओं ने भी गमछा लहराया। इस मौके पर सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि जनता ने जंगलराज के खिलाफ को विकास चुना। पीएम मोदी ने कहा- बिहार के लोगों की इसमें बहुत बड़ी भूमिका रही है। जिन लोगों ने दशकों तक शासन किया, उन्होंने बिहार को बदनाम किया, नव बिहार के गौरव का अपमान किया।उन्होंने कभी यहां के लोगों की इज्जत नहीं की। जो लोग छठ पूजा को ड्रामा कह सकते हैं, वे बिहार की क्या इज्जत करेंगे। कांग्रेस और आरजेडी ने छठी मईया से माफी नहीं मांगी। बिहार की आन-बान-शान हमारी प्राथमिकता है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार छठ को यूनेस्को की हेरिटेज लिस्ट में शामिल कराने की कोशिश कर रही है। लक्ष्य है कि पूरी दुनिया इस संस्कृति से जुड़े। मोदी ने कहा कि यह उन युवाओं की जीत है, जिनका करिअर खराब किया गया था। आतंक के वे दिन अब इतिहास बन गए हैं। बिहार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। यह यात्रा रुकने वाली नहीं है।यह परिणाम उन विकास विरोधियों को जवाब है, जो कहते थे कि बिहार को एक्सप्रेस वे, हाईवे, इंडस्ट्री, ट्रेन या एयरपोर्ट नहीं चाहिए। यह परिणाम वंशवाद की राजनीति को विकासवाद का जवाब है।
10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार !
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम में NDA की शानदार जीत के बाद एक बार फिर सत्ता का ताज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सिर सजना तय माना जा रहा है। अगर एक बार फिर से नीतीश कुमार सीएम बनते है, तो वो इस बार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रिकॉर्ड बना सकते है।
बिहार में जनादेश की बहार में ‘नीतीशे कुमार’ पर जनता ने एक बार फिर ऐतबार जता दिया। अब तक वे कुल नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। 2020 के बाद से ही वे तीन बार शपथ ले चुके थे। अब 10वीं बार की तैयारी में हैं।
राहुल गांधी के नेतृत्व में आखिरी पायदान पर पहुंची कांग्रेस: अमित शाह
बिहार चुनाव के नतीजों पर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा,”बिहार की जनता ने पूरे देश का मूड बता दिया है कि मतदाता सूची शुद्धिकरण अनिवार्य है और इसके खिलाफ राजनीति की कोई जगह नहीं है। इसीलिए राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस आज बिहार में आखिरी पायदान पर आ गई है।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह विकसित बिहार में विश्वास रखने वाले हर बिहारवासी की जीत है। उन्होंने कहा कि जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले किसी भी भेष में आएं, उन्हें लूटने का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनता अब सिर्फ और सिर्फ प्रदर्शन की राजनीति के आधार पर जनादेश देती है। अमित शाह ने बिहार चुनाव नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और एनडीए के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अपने अथक परिश्रम से इस परिणाम को चरितार्थ करने वाले बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के बिहार भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का अभिवादन करता हूं।भाजपा नेता शाह ने कहा, ”मैं बिहार की जनता और विशेषकर हमारी माताओं-बहनों को आश्वस्त करता हूं कि जिस आशा और विश्वास के साथ आपने NDA को यह जनादेश दिया है, पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार उससे अधिक समर्पण से उसे पूरा करेगी।”
नीतीश सरकार के 21 मंत्रियों ने दर्ज की जीत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के रुझानों में एनडीए प्रचंड जीत की ओर आगे बढ़ रहा है। एनडीए को मिली इस जीत में कम से कम 21 मंत्रियों ने जीत दर्ज की है। इनमें प्रेम कुमार, महेश्वर हजारी और संजय सरावगी और अन्य मंत्री शामिल हैं।नीतीश कुमार की सरकार में कृषि मंत्री रहे भाजपा नेता प्रेम कुमार ने गया शहर पर 1990 से लगातार जीत के अपने रिकॉर्ड को कायम रखा है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अखौरी ओंकार नाथ को 26 हजार वोटों से शिकस्त दी।तारापुर से पहली बार चुनाव लड़ रहे बिहार उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। राजद के प्रत्याशी अरुण कुमार पर सम्राट चौधरी ने 45 हजार से ज्यादा वोटों की बढ़त बना रखी है। वहीं, लखीसराय से डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा भी 19 हजार से ज्यादा वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं।जदयू नेता महेश्वर हजारी नीतीश सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री रहे हैं। हजारी ने कल्याणपुर की अपनी सुरक्षित सीट पर सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के प्रतिद्वंदी रंजीत कुमार राम को 38 हजार वोटों के अंतर से हराया है। उन्होंने लगातार चौथी बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।बिहार की जाति आधारित राजनीति में मारवाड़ी चेहरे के तौर पर संजय सरावगी ने लगातार पांचवीं बार दरभंगा की सीट से जीत दर्ज की। राजस्व और भूमि सुधार मंत्री रहे भाजपा नेता सरावगी ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रत्याशी उमेश सहनी के खिलाफ 24,500 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह ने 2020 में वीआईपी के टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने साहेबगंज सीट पर राजद के प्रत्याशी पृथ्वी नाथ राय को 13 हजार से ज्यादा वोटों से हराया।
कांग्रेस का रुख पहले की तुलना में ज्यादा वामपंथी हुआ: थरूर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस पार्टी का रुख पहले की तुलना में ज्यादा वामपंथी हुआ है, ताकि वह भारतीय जनता पार्टी की विभाजनकारी राजनीति का मुकाबला कर सके। हैदराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में थरूर ने कहा कि उनकी पार्टी अब नीतियों और विचारधारा के स्तर पर ज्यादा वाम झुकाव रखती है, जबकि मनमोहन सिंह के दौर में कांग्रेस ज्यादा केन्द्रवादी रुख अपनाती थी। उन्होंने कहा अगर आप डॉ. मनमोहन सिंह के समय की कांग्रेस देखें, तो वह ज्यादा सेंटरिस्ट थी। लेकिन अब पार्टी ने सामरिक और वैचारिक दोनों स्तर पर वाम की ओर झुकाव दिखाया है। यह बदलाव या तो रणनीतिक है या वैचारिक, यह अभी देखना बाकी है। थरूर ने कहा कि 1991 से 2009 तक देश की राजनीति में एक सेंटरिस्ट फेज देखा गया, जब कांग्रेस और भाजपा दोनों ने कुछ समान आर्थिक नीतियां अपनाईं। लेकिन बीते कुछ वर्षों में कांग्रेस ने खुद को आम जनता के मुद्दों से जोड़ते हुए वाम झुकाव बढ़ाया है। थरूर ने यह बातें रैडिकल सेंट्रिज़्म: माय विजन फॉर इंडिया विषय पर दिए गए व्याख्यान में कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि आंतरिक लोकतंत्र हर राजनीतिक दल में जरूरी है और किसी भी पद पर अनिश्चितकाल तक बने रहना गलत है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे दोबारा AICC अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे, तो थरूर ने कहा कि अभी ऐसी कोई संभावना नहीं दिखती, हालांकि वे खुश हैं कि कांग्रेस में एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया मौजूद है।इसके अलावा, अमेरिका के बयान पर कि विदेशी कुशल श्रमिक अमेरिका में काम कर अमेरिकियों को प्रशिक्षित करें और फिर लौट जाएं, इस पर थरूर ने कहा भारत को इससे कोई आपत्ति नहीं। हम चाहते हैं कि हमारे लोग बाहर अनुभव लें और फिर भारत लौटकर देश की प्रगति में योगदान दें।
जनसुराज काे नहीं मिली एक भी सीट, 98 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त
जन सुराज को 2025 के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली और उसका खाता तक नहीं खुला. उसके करीब 98 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो चुकी है. इससे स्पष्ट है कि मतदाता अब किसी असमंजस की स्थिति में नहीं रहना चाहते, वे स्थायी सरकार चाहते हैं. इसी कारण दो तिहाई से अधिक का जनादेश एनडीए को मिला है. मतदाताओं की उम्मीद और चाहत यह है कि स्थायी सरकार बिहार के विकास में अधिक योगदान कर सकेगा. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की तरफ से यह जानकारी दी गयी है कि 16 नवंबर को वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधानसभा चुनाव के परिणाम और जन सुराज की आगामी रणनीति पर जानकारी साझा करेंगे. हालांकि, इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए जन सुराज ने अपनी तरफ से कोई-कसर बाकी नहीं रखी. 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 239 सीटों पर चुनाव लड़ा. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जी-तोड़ मेहनत कर लगभग सभी सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. दिन-रात मेहनत के बावजूद जन सुराज के कार्यकर्ता भी अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त नहीं थे. यह चुनाव परिणाम इस बात की तरफ भी इशारा करता है कि मतदाता बहुत सजग और पहले से अधिक जागरूक हैं. वे जानते हैं कि कौन-सी पार्टी या गठबंधन स्थायी सरकार बना सकता है. उनको जन सुराज से यह उम्मीद पूरी होती हुई नहीं दिखी. ऐसे में मतदाताओं ने सभी स्थितियों का आकलन कर अपने मतों का प्रयोग बहुत सोच-समझ कर किया. इस कारण मतदाताओं का रुझान एनडीए की तरफ रहा और एनडीए ने पूर्ण बहुमत हासिल किया.
बिहार की जनता ने नहीं सुना ‘वोट चोर का शोर , बुरी तरह फ्लॉप हुई कांग्रेस की SIR रणनीति
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार अपने सबसे खराब प्रदर्शन की ओर बढ़ती दिख रही है. चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा और चुनाव आयोग की मतदाता सूची में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) को लेकर चलाए गए ‘वोट चोरी’ अभियान ने महागठबंधन के हक में कोई माहौल नहीं बनाया. ये यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई और एक सितंबर को पटना में खत्म हुई. 16 दिनों की इस यात्रा में 25 जिलों को कवर किया गया और महागठबंधन के सभी दलों के नेता शामिल हुए. लेकिन इसके बावजूद ‘वोट चोरी’ का नारा जनता में असर नहीं छोड़ पाया. महागठबंधन के एक वरिष्ठ नेता ने माना कि शुरुआत से ही इस मुद्दे को लोगों का समर्थन नहीं मिला. उधर चुनाव आयोग ने SIR को पूरी तरह सफल बताया और कहा कि एक भी अपील लंबित नहीं है. महागठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी कि SIR की वजह से कुछ वर्गों के मतदान अधिकार प्रभावित होंगे लेकिन वो भी काम नहीं आया. महागठबंधन के एक बड़े नेता ने कहा कि हम SIR और वोट चोरी को लेकर कोई बड़ा उदाहरण जनता के सामने नहीं रख पाए. हम ये भी दिखा नहीं पाए कि आखिर कितने बिहारी मताधिकार से वंचित हुए. इससे हमारा पूरा अभियान कमजोर पड़ गया. उन्होंने ये भी माना कि चुनाव से पहले बहुत समय, ऊर्जा और संसाधन ऐसे मुद्दों पर खर्च हो गए जो जनता ने गंभीरता से लिए ही नहीं.
8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव :कांग्रेस ने राजस्थान में BJP से, तेलंगाना में BRS से सीट छीनी; AAP ने पंजाब की सीट बचाई
देश के 7 राज्यों की 8 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे शुक्रवार को घोषित हुए। राजस्थान की अंता (बारां) सीट पर कांग्रेस के प्रमोद जैन और तेलंगाना की जुबली हिल्स से कांग्रेस के नवीन यादव को जीत मिली है।पहले अंता की सीट भाजपा और जुबली हिल्स सीट पूर्व सीएम केसीआर की पार्टी बीआरएस के पास थी। AAP पंजाब की तरनतारन सीट बचाने में कामयाब रही है। यहां से हरमीत सिंह संधू ने जीत हासिल की।झारखंड की घाटशिला सीट से पूर्व सीएम चंपई सोरेन के बेटे भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के सोमेश चंद्र सोरेन ने हराया। वहीं, ओडिशा की नुआपाड़ा सीट से बीजेपी के जय ढोलकिया ने जीत हासिल की।जम्मू-कश्मीर के नगरोटा से भाजपा प्रत्याशी देवयानी राणा जीतीं और बडगाम से महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP के आगा सैयद मुंतजिर जीते। मिजोरम के डम्पा से मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) दल ने जीत हासिल की।

