वॉशिंगटन
अमेरिका में H-1B वीजा विवाद के बीच विदेशी मजदूरों को लेकर छिड़ी बहस अब और तेज हो गई है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने विदेशी कर्मचारियों को सस्ता नौकर बताया और कहा कि हमें उनकी जरूरत नहीं है।वेंस ने विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि डेमोक्रेट्स का मॉडल कम वेतन वाले प्रवासियों को देश में लाने पर जोर देता है। इससे अमेरिकी लोगों के रोजगार, वेतन और समृद्धि को नुकसान पहुंचेगा।वेंस ने कहा कि ट्रम्प का मॉडल दूसरा है जो अमेरिका में डेवलपमेंट का रास्ता खोलेगा। उन्होंने कहा- अमेरिकी मजदूरों को तकनीक से मजबूत बनाना चाहिए, न कि सस्ते विदेशी श्रम पर निर्भर होना चाहिए।वहीं H-1B वीजा को लेकर ट्रम्प की पार्टी एक विधेयक लाने की तैयारी कर रही है, जिससे अमेरिका में भारतीयों की एंट्री मुश्किल हो सकती है। राष्ट्रपति ट्रम्प की करीबी और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य मार्जोरी टेलर ग्रीन ने कहा है कि जल्द ही H-1B खत्म करने को लेकर विधेयक लाया जाएगा। रिपब्लिकन पार्टी की मार्जोरी का आरोप है कि H-1B वीजा का गलत इस्तेमाल हो रहा है।अमेरिका फर्स्ट की नीति के तहत H-1B वीजा कैटेगरी को खत्म किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि अगले 10 साल तक हर साल 10 हजार डॉक्टरों को H-1B वीजा जारी होंगे। अभी हर साल 85 हजार H-1B वीसा में से लगभग 70% वीसा भारतीयों को जारी होते हैं।

