कोलंबो
श्रीलंका में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। 600 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।खराब मौसम के कारण देश के 17 जिलों में 4,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं। वायुसेना हेलिकॉप्टर से बाढ़ से घिरे लोगों को बचा रही है।गुरुवार को हालात और बिगड़ गए। श्रीलंका के पहाड़ी इलाकों बदुल्ला और नुवारा एलिया में भूस्खलन से एक ही दिन में 25 लोगों की जान चली गई।ये दोनों इलाके चाय के बागानों के लिए मशहूर हैं और राजधानी कोलंबो से करीब 300 किलोमीटर दूर हैं। सरकारी डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर के अनुसार, अभी भी 21 लोग लापता हैं और 14 लोग घायल हैं।भारी बारिश के कारण शुक्रवार को पूरे देश में सभी सरकारी दफ्तर और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। देश में सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप हो चुका है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानकारी दी है कि भारत ने इस तूफान से हुई तबाही के बाद श्रीलंका के लिए मदद भेजी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा, “श्रीलंका के उन लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है जिन्होंने तूफान दितवाह की वजह से अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं सभी प्रभावित परिवारों की सुरक्षा, पुनर्वास और जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।” पीएम मोदी ने आगे कहा, “अपने सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी के साथ एकजुटता दिखाते हुए, भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत तुरंत राहत सामग्री और जरूरी एचएडीआर सपोर्ट भेजा है। जैसे-जैसे हालात बदलेंगे, हम और मदद देने के लिए तैयार हैं। भारत की नेबरहुड फर्स्ट नीति और विजन महासागर के हिसाब से, भारत जरूरत के समय में श्रीलंका के साथ मजबूती से खड़ा है।”

