रूसी नागरिकों को मिलेगा 30 दिन का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा
राष्ट्रपति भवन में मिला गार्ड ऑफ ऑनर
पुतिन ने मोदी को रूस आने का न्योता दिया
नई दिल्ली
भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 24 घंटे में 3 बार मुलाकात की है। दोनों नेताओं ने साथ में प्राइवेट डिनर, द्विपक्षीय बातचीत, जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस और इंडिया-रूस बिजनेस फोरम की बैठक को संबोधित किया।हालांकि इस दौरान दोनों देशों के बीच भी किसी बड़े डिफेंस डील का ऐलान नहीं किया गया। इससे पहले कई रिपोर्ट्स में भारत-रूस के बीच किसी लड़ाकू विमान या बड़े रक्षा सौदा होने की बात कही जा रही थी।भारत-रूस के बीच 19 समझौतों पर मुहर लगी हैं। इनका मकसद भारत-रूस व्यापार बढ़ाना है। भारत-रूस के बीच शिप बिल्डिंग, भारतीय नाविकों को बर्फीले (पोलर) समुद्री इलाकों में जहाज चलाने की ट्रेनिंग, नई शिपिंग लेन पर निवेश, सिविल न्यूक्लियर ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों (क्रिटिकल मिनरल्स) पर समझौते और MoU साइन किए गए।पीएम मोदी ने रूस को सबसे करीबी सहयोगियों में से एक बताया है। उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच दोस्ती को ध्रुव तारे की तरह स्थिर और अटल है। वहीं, पुतिन ने कहा कि उनकी टीम सिर्फ तेल और गैस पर बात करने या सौदे करने के लिए भारत नहीं आई है। वे भारत के साथ हर क्षेत्र में रिश्ते और व्यापार बढ़ाना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने भारत और रूस के बीच दोस्ती को ध्रुव तारे की तरह स्थिर बताया है। उन्होंने कहा,“पिछले 8 दशकों में दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। मानवता को कई तरह की चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है। लेकिन इन सबके बीच भारत-रूस की दोस्ती ध्रुव तारे की तरह हमेशा अटल और स्थिर बनी रही है।”मोदी ने रूसी पर्यटकों को 30 दिन का फ्री वीजा देने का ऐलान किया। वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को बिना रुकावट के तेल की सप्लाई जारी रखने का ऐलान किया। मोदी ने कहा कि आज भारत और रूस इनोवेशन, को-प्रोडक्शन और को-क्रिएशन की नई यात्रा शुरू कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाना नहीं है, बल्कि संपूर्ण मानवता की भलाई सुनिश्चित करना है। इसके लिए वैश्विक चुनौतियों के स्थायी समाधान विकसित करने होंगे। मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया भर में किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां सप्लाई करता है। इसलिए भारत को ‘फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड’ कहा जाता है।उन्होंने कहा कि भारत और रूस मिलकर वैक्सीन डेवलपमेंट, कैंसर थेरेपी, रेडियो फार्मास्युटिकल्स और API सप्लाई चेन में सहयोग कर सकते हैं। इससे स्वास्थ्य सुरक्षा बढ़ेगी और नए उद्योग भी विकसित होंगे मोदी ने कहा कि भारत ने डिफेंस और स्पेस सेक्टर्स को निजी कंपनियों के लिए खोल दिया है, जिससे नए अवसर पैदा हुए हैं। अब इसी तरह सिविल-न्यूक्लियर सेक्टर में भी निजी भागीदारी के लिए दरवाजे खोले जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि उन्होंने और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 100 अरब डॉलर से ऊपर ले जाने का लक्ष्य तय किया है। लेकिन बातचीत और मौजूदा संभावनाओं को देखते हुए उन्हें लगता है कि यह लक्ष्य 2030 से पहले ही पूरा हो जाएगा। पुतिन ने कहा कि वे भारत और रूस के बीच बहुआयामी आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।पुतिन ने बताया कि आज हुई बैठकों के बाद दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए एक अहम दस्तावेज पर सहमति बनाई है। उन्होंने कहा कि रूसी कंपनियां भारत से विभिन्न तरह के सामान और सेवाओं की खरीद बढ़ाने के लिए तैयार हैं।पुतिन ने भरोसा दिलाया कि भारत और रूस के बीच व्यापार बढ़ाने से जुड़े हर नए प्रयास और पहल को रूस पूरी तरह समर्थन देगा। पुतिन ने कहा कि रूस और भारत लंबे समय से भरोसेमंद व्यापारिक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच कारोबार लगातार तेजी से बढ़ रहा है।पुतिन ने बताया कि पिछले तीन साल में द्विपक्षीय व्यापार में रिकॉर्ड 80% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल भारत-रूस व्यापार 64 अरब डॉलर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के पास बड़े कंज्यूमर मार्केट हैं और व्यापार तथा निवेश को और बढ़ाने के लिए बहुत व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं। पुतिन ने PM मोदी की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत पूरी तरह स्वतंत्र और स्वायत्त नीति अपना रहा है और इसके अच्छे नतीजे भी मिल रहे हैं।
रूस के राष्ट्रपति को आज सुबह उन्हें राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कल रात वह भारत पहुंचे थे। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन का औपचारिक रूप से स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में स्वागत के बाद पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पुतिन का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, दिल्ली के LG वीके सक्सेना, CDS जनरल अनिल चौहान और दूसरे गणमान्य लोग भी राष्ट्रपति भवन पहुंचें। थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
भारत-रूस के बीच हुए अहम समझौते
ऊर्जा सहयोग:रूस ने भरोसा दिलाया कि वह भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए लगातार और बिना रुकावट ईंधन की सप्लाई करता रहेगा।
उद्योगिक साझेदारी:भारतीय कंपनियों ने रूस की URALCHEM के साथ एक यूरिया प्लांट रूस में ही स्थापित करने का समझौता किया।
फूड सेफ्टी:भारत की FSSAI और रूस की उपभोक्ता सुरक्षा एजेंसी के बीच खाद्य सुरक्षा नियमों को मजबूत करने के लिए औपचारिक समझौते हुए।
हेल्थकेयर सहयोग:मेडिकल रिसर्च और हेल्थ सर्विस में सहयोग बढ़ाने के लिए कई MoU साइन किए गए।
समुद्री लॉजिस्टिक्स:बंदरगाह और शिपिंग ऑपरेशन में भारत-रूस के सहयोग को बढ़ाने के लिए एक MoU पर हस्ताक्षर हुए।
माइग्रेशन और मोबिलिटी:दोनों देशों ने लोगों की आवाजाही को आसान बनाने और माइग्रेशन प्रक्रियाओं को सरल करने के लिए समझौते किए।
पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में डिनर, राहुल-खड़गे को न्योता नहीं, शशि थरूर को बुलाया
वहीं आज रात पुतिन के सम्मान में स्टेट डिनर का आयोजन होगा। इस डिनर में विपक्ष के दो वरिष्ठ नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला । शशि थरूर ने इस मामले पर कहा, ‘एक वक्त था जब एक्सटर्नल अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन को रूटीन के तौर पर निमंत्रण मिलता था। यह प्रथा बीच में कुछ समय के लिए रुक गई थी, लेकिन लगता है कि ये फिर से शुरू हो गया है। क्योंकि मुझे निमंत्रण मिला है। मैं इसमें जरूर जाऊंगा।’शशि थरूर ने इस मामले पर कहा कि मुझे निमंत्रण मिला है और मैं जरूर जाऊंगा।

