लखनऊ। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के अपने संकल्प को पूरा करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ मजबूती से कदम आगे बढ़ा रहे हैं। लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार स्ट्रैटेजी के तहत काम कर रही है और 9 कोर इश्यूज के माध्यम से आगे बढ़ने की कार्ययोजना बनाई गई है। इन कोर इश्यूज में कृषि के साथ इमर्जिंग सेक्टर, रैपिड अर्बनाइजेशन और इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर समेत कई अहम मुद्दे शामिल हैं। इनमें तेजी से विकास करके योगी सरकार की मंशा उत्तर प्रदेश को सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया के लिए सर्वोत्तम प्रदेश बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधियों के साथ मुख्य सचिव की बैठक में उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक में प्रतिनिधियों को स्ट्रैटेजी के साथ ही भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही इन 9 कोर इश्यूज पर भी सरकार की कार्ययोजना से अवगत कराया गया। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कंसल्टेंट के रूप में कार्य कर रहे डेलॉयट इंडिया ने वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुतिकरण में विभिन्न स्ट्रैटेजीज की जानकारी दी। इसके तहत पहली स्ट्रैटेजी उत्तर प्रदेश को देश के फूड बास्केट के रूप में स्थापित करने की होगी। तय स्ट्रैटेजी के अनुसार एक सुपर एप विकसित की जाएगी, जबकि कृषि टेक्नोलॉजी पर आधारित स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही डेयरी एफपीओज को प्रोत्साहित किया जाएगा, तो इकोनॉमिकली सस्टेनेबल गौशाला मॉडल को अपनाया जाएगा। यही नहीं, पॉल्ट्री प्रोडक्शन क्लस्टर की भी स्थापना की जाएगी। दूसरी स्ट्रैटेजी के तहत योगी सरकार उत्तर प्रदेश में वर्ल्ड क्लास इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जाएगा। बीते 6 वर्ष में इस दिशा में लगातार प्रयास भी किया जा रहा है। स्ट्रैटेजी के अनुसार प्रदेश में 4 स्पेशल इनवेस्टमेंट रीजंस डेवलप किए जाएंगे, जीआईएस आधारित लैंड बैंक, लॉजिस्टिक हब, अंतिम छोर तक मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी को सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही ड्राई पोर्ट्स और रॉ मैटेरियल बैंक्स पर भी फोकस किया जाएगा।