सुप्रीम कोर्ट 13 अक्टूबर को सुनेगा रेप पीड़ित की याचिका
इंफाल। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे उखरुल के लिटन के पास थोवई कुकी गांव में गोलीबारी हुई। जिसमें गांव के 3 वॉलंटियर्स के मारे जाने की खबर है।कुकी समुदाय के संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि मैतेई लोगों के हमले में मरने वालों में 26 साल का जामखोगिन, 35 साल का थांगखोकाई और 24 साल का हॉलेंसन शामिल है।लिटन पुलिस ने बताया कि सुबह-सुबह भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं।
इसके बाद पुलिस ने आसपास के गांवों और जंगलों में तलाशी ली। जहां से उन्हें तीन लोगों के शव मिले। तीनों के शरीर पर तेज चाकू से चोट के निशान हैं और उनके अंग भी कटे हुए हैं।सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उस महिला की याचिका पर सुनवाई जिसने दावा किया था कि भीड़ ने उसके कपड़े फाड़ दिए और उसकी परेड निकाली, लेकिन राज्य में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान पुलिस उसकी मदद के लिए नहीं आई। इस मामले पर ष्टछ्वढ्ढ डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे.बी. पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने मणिपुर सरकार को नोटिस जारी किया।मामले की अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई को हिंसा भड़की थी, जो अब तक जारी है। इस हिंसा में करीब 160 लोग मारे गए हैं।
सभी के पास स्वतंत्र रूप से बोलने का हक : बीरेन सिंह
मणिपुर के कुकी विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूर्वोत्तर राज्य के कुकी बहुल पहाड़ी इलाकों के लिए एक अलग मुख्य सचिव और डीजीपी का अनुरोध किया था। इस पर अब राज्य के मुख्यमंत्री का बयान सामने आया है। सीएम एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि लोकतंत्र में खुलकर अपनी बात रखने के लिए हर कोई हकदार है। सद्भावना दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को स्वतंत्र रूप से बोलने का अधिकार है। हालांकि, मुख्यमंत्री के अलावा किसी और विधायक ने इस मुद्दे पर बात नहीं की।सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि कुछ गलतफहमियों, निहित स्वार्थों की कार्रवाइयों और देश को अस्थिर करने की विदेशी साजिश के कारण राज्य में काफी जान-माल का नुकसान हुआ है। उन्होंने सभी से हिंसा रोकने और राज्य में शांति को वापस लाने का आग्रह किया।