भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के भेल स्थित महात्मा गांधी स्कूल परिसर में आयोजित रोजगार मेले में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति बधाई पत्र प्रदान किए। इस दौरान अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि शिक्षक की नौकरी साधारण नहीं है। शिक्षक आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को गढ़ने वाले हैं। आप इंसान बनाने वाले हैं। ये आप सभी ध्यान रखना। शिक्षा का अर्थ है कि च्सा विद्या या विमुक्तयेज्, शिक्षा वो है जो इस लोक और परलोक से मुक्ति दिलाये। जो ज्ञान, कौशल के साथ नागरिकता के संस्कार दे। सीएम ने कहा कि सबसे पहले मैं आप सबको हार्दिक शुभकानाएं देता हूं आप नवनियुक्त शिक्षक हैं। मैं आपका बहुत आदर करता हूं। क्योंकि आप अब गुरु हो, गुरु का मतलब ही होता है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने भी मध्यप्रदेश रोजगार मेले को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि इस ऐतिहासिक कालखंड में शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण दायित्व से अपने आप को जोड़ रहे हैं। इस बार लाल किले से मैंने विस्तार से बात की है कि कैसे देश के विकास में राष्ट्रीय चरित्र की अहम भूमिका है। आप सभी पर भारत की भावी पीढ़ी को गढ़ने उन्हें आधुनिकता में ढालने और नई दिशा देने की जिम्मेदारी है। मैं मध्यप्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने वाले साढ़े पांच हजार से ज्यादा शिक्षक भाई बहनों को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे बताया गया है कि पिछले तीन वर्षों में मध्यप्रदेश में करीब 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है। इसके लिए राज्य सरकार भी बधाई की पात्र है। पीएम मोदी ने कहा कि साथियों आप सभी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में भी बड़ी भूमिका निभाने जा रहे है। विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बहुत बड़ा योगदान है। इसमें पारंपरिक ज्ञान से लेकर भविष्य की टेक्नोलॉजी तक को समान रूप से महत्व दिया गया है। प्राथमिक शिक्षा के रूप में नया पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। एक और बहुत बड़ा काम हुआ है। मातृभाषा में पढ़ाई को लेकर। अंग्रेजी न जानने वाले अनेकों छात्रों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाई न कराकर उनके साथ अन्याय किया गया था। ये सामाजिक न्याय के विरुद्ध था। अब अन्याय को भी हमारी सरकार ने दूर कर दिया है। अब सिलेबस में क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकों पर बल दिया गया है। देश की शिक्षा व्यवस्था में ये बहुत बड़े बदलाव का आधार बनेगा।