कल्याण सिंह ने श्रीराम के लिए छोड़ी थी राजगद्दी : सीएम योगी
अलीगढ़। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कल्याण सिंह (बाबू जी) पिछड़ों और गरीबों की असीम संवेदना के प्रतीक थे। बाबू जी ने कभी जातिवाद की बात नहीं की बल्कि पिछड़ी जातियों को संबल प्रदान करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भारतीय पिछड़ा जाति आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ी जातियों को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वो वक्त था, जब राम भक्तों का सैलाब अयोध्या में उमड़ पड़ा। लोगों ने दबाव बनाया कि गोलियां चलाकर कार सेवकों को रोका जाना चाहिए। बाबूजी ने बड़ा निर्णय लिया कि मैं गोली नहीं चलाऊंगा, मैं मुख्यमंत्री पद त्याग दूंगा। ये बड़ा बलिदान था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह जी की द्वितीय पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछड़ा समाज के कल्याण के लिए बाबू ने जिन कार्यों की शुरुआत की थी, 2014 से प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हीं कार्यों को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी श्री रामजन्मभूमि के मामले को लटका कर रखी थी, जिसका निराकरण प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में हुआ। गरीब कल्याण, पिछड़ों को सम्मान और राम मंदिर के अधूरे काम को नौ वर्षों में अंजाम तक पहुंचाने का कार्य किया। श्रद्धेय बाबू कल्याण सिंह जी ने अपने लिए राजगद्दी प्राप्त करने से महत्वपूर्ण प्रभु श्रीराम के चरणों में उसको समर्पित करने का कार्य किया था। राममंदिर के लिए जो अभियान 1990 से लेकर 1992 और उसके बाद तक चला, उसी का परिणाम है कि आज प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। जब जनवरी 2024 में पांच सौ वर्षों का इंतजार समाप्त करके भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होकर हमें आशीर्वाद दे रहे होंगे तो श्रद्धेय बाबूजी की आत्मा को असीम संतुष्टि मिलेगी। उनकी आत्मा हमें आशीर्वाद देगी कि जिस कार्य के लिए उन्होंने राजसत्ता को छोड़ा था, आज वो सपना साकार हुआ है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यपाल कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहीं।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रद्धेय बाबू कल्याण सिंह को जब भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद पर विचार व्यक्त करने का अवसर मिला तो उन्होंने हर बार इस बात को स्पष्टता के साथ कहा कि पेट को आहार, मन को प्यार, मस्तिष्क को विचार और आत्मा को संस्कार का समुच्चय ही एकात्म मानववाद है। इसी के अनुसार कल्याण सिंह ने अपना जीवन जिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय बाबूजी की आज द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर हम हिन्दू गौरव दिवस के रूप में उन्हें स्मरण कर रहे हैं। हम सब इस बात को जानते हैं कि पहली बार 1991 में जब कल्याण सिंह जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी तब प्रदेश में सुरक्षा और सुशासन का माहौल बना।