पटना। जल संसाधन विभाग द्वारा सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग किया जा रहा है। विभाग द्वारा सोशल मीडिया के जरिये तटबंधों में कटाव/ रिसाव/ क्षरण/ नुकसान पहुंचाये जाने इत्यादि से जुड़ी जरूरी सूचना ट्विटर पर विशेष हैशटैग हेलोडब्ल्यूआरडी के साथ प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही विभागीय हैंडल से जल संसाधन विभाग के योजनाओं में बारे में जानकारी, बाढ़ अवधि में प्रमुख नदियों के जलस्तर का अपडेट, ज्यादा बारिश होने पर नदी किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी करता है।
नियमित तौर पर जल संसाधन विभाग के सोशल मीडिया पर क्रिएटिव ग्राफिक्स तथा वीडियो के जरिए सूचना लोगों को तक पहुंचाया जा रहा है। सोशल मीडिया शिकायत निवारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विभाग की एक टीम सोशल मीडिया के जरिये प्राप्त सूचनाओं की नियमित मॉनीटरिंग कर रही है और उस पर भी त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग के फेसबुक पर 17 हजार तथा ट्विटर पर 45 हजार से जायदा फॉलोवर्स हैं, जिसके माध्यम से हर महीने तीन लाख से ज्यादा लोगों तक विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी पहुंचती है।
यहां तक रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग किये जाने वाले व्हाट्सएप का भी विभाग द्वारा सकारात्मक उपयोग किया जा रहा है। अलग-अलग निकायों के अपने-अपने व्हाट्सएप ग्रुप्स हैं। सभी ग्रुप्स में प्रभावित क्षेत्रों से आने वाली सूचनाओं, डाटा तथा अपडेट तस्वीरों पर जल संसाधन विभाग के माननीय मंत्री, अपर मुख्य सचिव तथा अधिकारी नजर बनाए हुए हैं, और किसी भी तरह की समस्या आने पर उनपर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
बिहार में बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग का कॉल सेंटर चौबीसो घंटे तत्परता से काम कर रहा है। विभाग के मुख्यालय सिंचाई भवन में वर्ष 2020 शुरू हुए इस कॉल सेंटर के टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर इस वर्ष अब तक कुल 815 आए कॉल के जरिये जो भी जरूरी सूचनाएं प्राप्त हुईं, उन पर संबंधित जिले के अभियंताओं के माध्यम से उचित कार्रवाई कराई जा चुकी है और कुछ शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुशल मार्गदर्शन में तथा माननीय मंत्री संजय कुमार झा के नेतृत्व में जल संसाधन विभाग विभाग द्वारा बिहार को बाढ़ से सुरक्षा, सिंचाई सुविधाओं में विस्तार तथा जल के समेकित व बेहतर प्रबंधन के लिए कई नई तकनीकों का प्रयोग में लाने में अग्रणी रहा है। इस क्रम में निरंतर सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग के प्रति भी विभाग नित प्रयासरत रहा है।