वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 : 10 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे
गांधीनगर। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में, गुजरात को निवेश के लिए सर्वोत्तम गंतव्य के रूप में स्थापित करने वाले वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की दसवीं श्रृंखला जनवरी-2024 में आयोजित होने वाली है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने इस शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इसी उद्देश्य से वाइब्रेंट समिट की प्रस्तावना के रूप में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की प्रेरणा से प्रदेश में विभिन्न उद्यमियों के साथ उद्योग स्थापित करने हेतु एमओयू की पहल अब प्रति सप्ताह क्रियान्वित की जा रही है। इस पहल के पांचवें चरण में मंगलवार को उद्योग राज्य मंत्री हर्ष सांघवी की उपस्थिति में 29 अगस्त को चार एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। तदनुसार, कपड़ा, औद्योगिक पार्क, पैकेजिंग उद्योग के लिए टिकाऊ पर्यावरण परियोजनाओं के क्षेत्रों मंत कुल रु। 1 हजार करोड़ के संभावित पूंजी निवेश और 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने वाले एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस एमओयू के अनुसार, एलबी टेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने रुपये का निवेश किया है। 450 करोड़ का निवेश होगा और लगभग 1,000 नौकरियां पैदा होंगी। यह इकाई जनवरी-2024 तक चालू रहेगी। इसके अलावा मंडल तालुका के मानपुरा में 155 हेक्टेयर क्षेत्र में एक औद्योगिक पार्क स्थापित करने के लिए रु. मैस्कॉट साउथ एशिया एलएलपी के लिए 288.75 करोड़ का एमओयू। वह किया। इस पार्क में दो हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और यह पार्क मार्च-2026 तक चालू हो जाएगा। नवसारी के जलालपोर तालुका में वेस्मा और कालाकछा में 3.34 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में एक औद्योगिक पार्क के लिए ढांचागत सुविधाओं के विकास के संबंध में, रु। 99.12 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं. यहां 209 भूखण्डों की उपलब्धता के विरूद्ध लगभग 6 हजार रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे तथा मार्च-2025 तक चालू हो जायेगा। इन तीन एमओयू के अलावा रु. 161.78 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एफआईबीसी जंबो बैग के निर्माण के लिए पीईटी बोतलों की रीसाइक्लिंग पर पेसम उमाश्री प्राइवेट लिमिटेड और एक ब्राजीलियाई कंपनी के बीच एक संयुक्त उद्यम परियोजना शुरू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। अहमदाबाद जिले के धोलका-बगोदरा रोड, गंगाड में 54 हजार वर्ग मीटर में आकार लेने वाली यह टिकाऊ पर्यावरण परियोजना अक्टूबर-2024 में शुरू होगी और 1,100 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगी। यह परियोजना एफआईबीसी के उत्पादन के लिए बोतलों के पुनर्चक्रण के लिए टिकाऊ पर्यावरण परियोजना जंबो बैग्स पीईटी (पीईटी बोतल से बैग) की एक परियोजना है। यहां यह बताना जरूरी है कि वाइब्रेंटक समिट-2024 नं कुल रु. 7,374 करोड़ के निवेश के 15 एमओयू संपन्न हुए हैं। इन उद्योगों के खुलने से आने वाले दिनों में कुल मिलाकर 10,800 से अधिक संभावित रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अनुसार, कपड़ा क्षेत्र में 2100, इंजीनियरिंग क्षेत्र में 700, फार्मास्युटिकल क्षेत्र में 500 और रसायन क्षेत्र में 3085 और ऊर्जा क्षेत्र में 4,300 संभावित रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पांचवें लिंक में एक ही दिन में रु. 1,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिए चार एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं। एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले उद्योगपतियों ने राज्य में उद्योगों की स्थापना को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में सक्रिय प्रशासन की सक्रिय भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेशकों के लिए तेजी से उद्योग शुरू करना आसान बनाने का माहौल बनाया गया है और सबके सहयोग से राज्य के विकास की गति को और तेज करना हमारा काम है। राज्य सरकार की ओर से उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचि एस.जे. हैदर और उद्योगपतियों की ओर से उद्योग प्रबंधकों ने हस्ताक्षर किये। इस एमओयू हस्ताक्षर अवसर पर मुख्य सचिव राजकुमार, उद्योग आयुक्त संदीप सांगले, संयुक्त आयुक्त कुलदीप आर्य और इंडेक्स-बी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।