सालंगपुर । गुजरात में चार महीने पहले ही हनुमानजी की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई गई. प्रतिमा के तैयार हो जाने के बाद नीचे में कई पेंटिंग्स लगाए हैं जिसे लेकर विवाद गहरा गया है। पेंटिंग्स को हटाने के लिए शिहोर थाने में शिकायत की गई है और सबूत के तौर पर करीब 33 दस्तावेज भी पुलिस को मुहैया कराए गए हैं। राजकोट के वकील रवि राठौड़ की ओर से मंदिर ट्रस्ट को नोटिस दिया गया है. नोटिस में प्रतिमा के नीचे लगी उस पेंटिंग्स को हटाने की मांग की गई है जिसमें हनुमान जी को स्वामीनारायण संप्रदाय के स्वामी के आगे झुकते हुए दिखाया गया है. वकील ने इसे हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बताया है और जल्द से जल्द ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। वकील की ओर से यह नोटिस मंदिर ट्रस्ट के साथ-साथ सालंगपुर मंदिर, स्वामीनारायण मंदिर कुंडलधाम, बीएपीएस मंदिर कलावड रोड, स्वामीनारायण मंदिर वडताल, पोइचा समेत अन्य मंदिरों को भी जारी किया गया है. कुछ दिन पहले मोरारी बापू ने सालंगपुर में अपनी कथा के दौरान हनुमानजी की पेंटिंग्स को लेकर मचे विवाद पर टिप्पणी की थी. उन्होंने पेंटिंग्स को लेकर शांत बैठे लोगों से चुप्पी तोड़ने की अपील की थी. उनके साथ-साथ सनातन धर्म के कई साधु-संतों ने भी इसे हनुमानजी का अपमान बताते हुए विरोध जाहिर किया था। हालांकि, विरोध और इस मुद्दे पर विवाद गहराते देख मंदिर प्रशासन ने पेंटिंग्स को पीले कपड़े के ढंककर विवाद को खत्म करने की कोशिश की है ।
, लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि इससे मामला शांत होने वाला है । राज्य के साधु-संतों ने पेंटिंग्स को सनातन हिंदू धर्म का अपमान बताते हुए ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. दूसरी ओर से इस पूरे मामले को लेकर सीहोर थाने में एक शिकायत भी दर्ज कराई है।