श्रद्धालुओं के लिए एप लॉन्च, एक क्लिक में मिलेंगी सुविधाएं< द्वारकाधीश मंदिर का जन्माष्टमी का शिड्ïयूअल घोषित
जन्माष्टमी पर्व के आगमन को लेकर भक्तों में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। जबकि द्वारका जगत मंदिर में कान्हा का जन्मोत्सव हर वर्ष की परंपरा अनुसार धूमधाम से मनाया जाता होता है तथा उसमें सहभागी होने के लिए देश-विदेश के कोने-कोने से भक्त उमड़ पड़ते होते हैं। इसलिए द्वारका में जन्माष्टमी पर्व पर भारी भीड़ जमती होती है। यात्रादाम द्वारका में रोजाना हजारों भक्त दूर-दूर से दर्शनार्थ आते हैं। जबकि आगामी जन्माष्टमी पर लाखों संख्या में दर्शनार्थी पधारेंगे। जिसे ध्यान में रख द्वारका जिला पुलिस द्वारा दर्शनार्थियों के लिए जनोपयोगी एक एप लॉन्च किया गया है। जिसमें मंदिर के दर्शन समय पत्रक से लेकर पार्किंग, वन वे जैसी सभी जानकारी लोग प्राप्त कर सकेंगे। भक्तों के लिए यह एप बहुत उपयोगी साबित होगा। द्वारका की शेरी-गलियों, मुख्य मार्गों तथा जगतमंदिर को रंगबिरंगी रोशनी से विशेष शृंगार किया गया है। द्वारका में कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। गुरुवार 7 सितम्बर को कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसमें सुबह 6 बजे मंगला आरती होगी तथा 6 से 8 बजे तक मंगला दर्शन होगा। जगत मंदिर में इस प्रकार रहेगा समग्र कार्यक्रम-सुबह 8 से 10 बजे तक श्रीजी काखुले पर्दे में स्नान दर्शन अभिषेक, 10 बजे स्नान भोग, 10.30 बजे शृंगार भोग, 11 बजे शृंगार आरती, 11.30 बजे ग्वाल भोग, 12 बजे श्रीजी का राजभोग दर्शन, दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक मंदिर बंद रहेगा। शाम 5 बजे भगवान द्वारकाधीश का उत्थापन दर्शन, 5.30 बजे उत्थापन भोग, 7.30 बजे संध्या भोग, 7.45 बजे संध्या आरती, रात्रि 8 बजे शायन भोग, 8.30 बजे शयन आरती का दर्शन होगा एवं रात्रि 9 बजे श्रीजी अनोसर मंदिर बंद रहेगा। रात्कि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, जो रात्रि 2.30 बजे चलेगा।
जन्माष्टमी के लिए डाकोर रणछोड़रायजी मंदिर के दर्शन का समय घोषित
पौराणिक तीर्थ डाकोर रणछोड़रायजी मंदिर ने 7 सितंबर को आगामी जन्माष्टमी त्योहार के मद्देनजर दर्शन समय की घोषणा कर दी है। मंदिर सुबह 6:&0 बजे ही खुल जाएगा। करीब 6:45 बजे मंगला आरती की जाएगी और श्री ठाकोरजी की नियमित पूजा की जाएगी । दोपहर करीब 1:00 बजे श्री ठाकोरजी पोढ़ी जाएंगे। इस दौरान दर्शन बंद रहेंगे और वैष्णवों का मंदिर प्रवेश बंद रहेगा। निजमंदिर शाम 4:45 बजे खोला जाएगा और लगभग 5:00 बजे आरती की जाएगी और श्री ठाकोरजी की सेवा पूजा नियमित रूप से की जाएगी। दोपहर 12:00 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, पंचामृत स्नान, श्री ठाकोरजी की सेवा एवं शृंगार किया जाएगा तथा श्री ठाकोरजी का राजतिलक किया जाएगा। बड़ा मुकुट धारण करने के बाद श्री गोपाल लालजी महाराज सोने के पालने में विराजमान होंगे और पालने में झुलाएंगे, जिसके बाद महाभोग आरती सुविधाजनक तरीके से की जाएगी, श्री ठाकोरजी नीचे जाएंगे और वैष्णवों के लिए मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।
हरेकृष्ण मंदिर भाडज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा
हरेकृष्ण मंदिर, भाडज मे 7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिर में मनाया जाने वाला श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव बहुत खास होता है और सभी भक्तों को एक अलौकिक अनुभव देता है। उत्सव को और अधिक शानदार बनाने के लिए उत्सव के दौरान महाभिषेक, हिंडोला (झूलान) उत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वर्णरथ उत्सव आदि का आयोजन किया जाता है। हरेकृष्ण मूवमेंट, अहमदाबाद के अध्यक्ष श्री जगनमोहन कृष्ण दासा ने जन्माष्टमी उत्सव की भव्यता के बारे में बताते हुए कहा कि जन्माष्टमी लगभग 5000 साल पहले मथुरा की पवित्र भूमि पर भगवान कृष्ण के प्रकट होने का उत्सव है। जन्माष्टमी का त्यौहार प्रत्येक कृष्ण भक्त के लिए बहुत खुशी का अवसर होता है और इसे पूरे विश्व में बहुत उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। हरेकृष्ण मंदिर, भादज में 7 सितंबर को जन्माष्टमी और 8 सितंबर को नंदोत्सव मना रहे हैं। महोत्सव में आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों को ध्यान में रखते हुए व्यापक व्यवस्था की गई है। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर बिना किसी रुकावट के पूरे दिन दर्शन के लिए खुला रहेगा। दोपहर 1.00 बजे भगवान के दर्शन महामंगला आरती एवं भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव समाप्त होगा।