वडोदरा । साहित्य प्रवाह ट्रस्ट वडोदरा द्वारा डॉ नलिनी पुरोहित(पूर्व प्रो म.स. विश्व.)की अनुवादित किताब हूं पडकार छुं पनौती नथी का लोकार्पण होटल लॉर्ड इन में किया गया । यह किताब मूल लेखिका पद्मश्री मालती जोशी जी की कहानियों का अनुवाद है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूज्य ब्रजलता बहुजी उपस्थित थीं । एवं अतिथि वक्ता के रूप में प्रो भरत मेहता( गुजराती विभाग, म.स. विश्व.) वडोदरा एवं साहित्यकार निर्झरी मेहता एवं वंदना भट्ट मौजूद थीं । सभी के वक्तव्य श्रोताओं के द्वारा सराहे गए । साहित्य प्रवाह हर साल एक ऐसे व्यक्ति को स्व. लवजी अर्जुन राठोर पुरस्कार से सम्मानित करती है ,जिन्होंने समाज के लिए बहुत काम किया है किंतु वह समाज के समक्ष नहीं आए हैं। लवजी अर्जुन राठोर कच्छ के प्रखर गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी एवं भाषा के प्रति अत्यंत संवेदनशील थे। उन्होंने गुजरात के बाहर रहकर गुजराती का प्रचार प्रसार आजीवन किया। इस वर्ष का यह एवार्ड वडोदरा शहर के जाने-माने साहित्यकार, पत्रकार समाजसेवी आदरणीय अविनाश मणियार जी को अर्पित किया गया । इस कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । प्रो. ए.सी. शाह( पूर्व डीन ,म. स. विश्व) प्रो.टंडल, प्रो. रमा,प्रो.अरुणआर्य, मोहन भाई बारोट एवं विजय भाई पुरोहित जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति से यह कार्यक्रम शोभायमान रहा । कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती संगीता चौहान के स्वागत नृत्य के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन श्वेता जोशी ने सफलतापूर्वक संपन्न किया । डॉ. नलिनी पुरोहित ने अपने पिता लवजी अर्जुन राठोर के व्यक्तित्व के बारे में अवगत कराया कि किस कारण से यह सम्मान हर साल किसी लब्ध प्रतिष्ठित व्यक्ति को दिया जाता है ।