नई दिल्ली। देश में आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर गठजोड़ को ध्वस्त करने के लिए नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने बुधवार (27 सितंबर) को देश के 7 राज्यों में छापेमारी की। एनआईए की ओर से की गई इस छापेमारी में कई लोग हिरासत में लिए हैं। सुबह शुरू हुई इस छापेमारी में एनआईए ने 53 जगहों पर छापे मारे, जिसमें हथियार, गोला-बारूद भी बरामद किया।कनाडा में मौजूद खालिस्तान समर्थक आतंकी अर्श डल्ला, लॉरेंस बिश्नोई और सुक्खा दुनेके जैसे बड़े गैंग्स्टर्स के ठिकानों पर छापेमारी की गई। एनआईए ने घोषित आतंकवादी अर्श डल्ला और कई कुख्यात गैंगस्टरों से जुड़े आतंकवादियों-गैंगस्टरों-ड्रग तस्करों के गठजोड़ पर बड़े पैमाने पर कई राज्यों में कार्रवाई के दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया।छह राज्यों पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में मारे गए छापों के दौरान पिस्तौल, गोला-बारूद, बड़ी संख्या में डिजिटल सबूत और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। अर्श डल्ला के अलावा, इन छापों में एनआईए की जांच के दायरे में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, सुक्खा दुनेके, हैरी मौर, नरेंद्र उर्फ लाली, काला जठेरी, दीपक टीनू वगैरह शामिल थे एनआईए ने अगस्त 2022 में 5 एफआईआर दर्ज की थीं। इन एफआईआर में ये सातवीं बार है, जब एनआईए ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है, उसके अलावा 2 एफआईआर इसी साल जुलाई में दर्ज की गई थीं, जिनमें छापेमारी की गई। ये मामले टारगेट किलिंग, खालिस्तान समर्थकों की आतंकी फंडिंग, गैंगस्टरों की ओर से जबरन वसूली वगैरह से जुड़े हैं। इन मामलो में नामजद कई गैंगस्टर और आतंकी विभिन्न जेलों में बंद हैं या पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, पुर्तगाल और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।आतंकी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर गठजोड़ को खत्म करने के उद्देश्य से आज की छापेमारी का फोकस अलग-अलग खालिस्तान संगठनों और उनके गुर्गों से जुड़े हथियार सप्लायरों, फाइनेंसरों और लॉजिस्टिक मुहैया करवाने वालों पर था। ये गिरोह पाकिस्तान, यूएई, कनाडा, पुर्तगाल के अलावा अन्य देशों में स्थित ड्रग तस्करों और आतंकवादियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। एनआईए की जांच से पता चला है कि देश में अलग-अलग राज्यों की जेलों में बैठकर एक संगठित तौर पर भारत के खिलाफ साजिशों को अंजाम दे रहे थे। जैसे पिछले साल पंजाब में महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी, खनन कारोबारी मेहल सिंह और अंतरराष्ट्रीय कब्बडी खिलाड़ी संदीप नांगल के कत्ल की साजिश को मिलकर अंजाम दिया था, ताकि पंजाब में माहौल बिगाड़ा जा सके। एनआईए की जांच के मुताबिक, कई बड़े गैंगस्टर जो पहले भारत में गिरोहों को ऑपरेट कर रहे थे, हाल के सालों में विदेश भाग गए हैं और अब वहां से अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। ये गैंगस्टर से आतंकी बने अपराधी भारत की अलग-अलग जेलों में बंद बदमाशों के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर हत्याओं सहित गंभीर अपराधों की साजिश तैयार कर उन्हें अंजाम देने में लगे हुए हैं।