- वर्ल्ड कप के मैच को बाधित करने की धमकी के बाद एक्शन
- साइबर सेल के एसीपी जितेंद्र यादव ने कहा, आराम से होंगे वर्ल्ड कप के मैच
अहमदाबाद
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवन्त पन्नू के ख़िलाफ़ अहमदाबाद साइबर सेल में एफआईआर दर्ज की है। पन्नू ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले भारत-पाकिस्तान मैच में गड़बड़ी फैलाने की धमकी दी थी। पन्नू ने प्री-रिकॉर्डे मैसेज भेजकर धमकी दी थी। इस धमकी भरे वीडियो में पन्नू ने कहा था कि पीएम मोदी आप शहीद निज्जर की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं और सिख फॉर जस्टिस इस हत्या का बदला लेगा। गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा था कि 6 अक्तूबर को अहमदाबाद में होने वर्ल्ड कप का मैच हमारा टारगेट होगा। पन्नू ने इससे पहले भी 15 अगस्त और जी 20 को धमकियां जारी की थी, तब दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों को अरेस्ट किया था। पन्नू ने धमकी भरे मैसेज में भारत-पाकिस्तान मैच को निशाना बनाने की बात कही है। अहमदाबाद पुलिस की साइबर सेल ने गुरपतवन्त पन्नू के खिलाफ मैच बाधा डालने की धमकी देने को लेकर एफआईआर दर्ज की है। पन्नू को भारत सरकार आतंकवादी घोषित कर चुकी है। इससे पहले एनआईए ने पन्नू चंडीगढ़ में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की थी। कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को खुलेआम देश छोड़ने की धमकी देने के बाद एनआईए ने यह कार्रवाई थी। अहमदाबाद पुलिस की साइबर सेल में एसीपी जितेंद्र यादव ने बताया कि खालिस्तानी आतंकवादी और सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसने आईसीसी विश्व कप, खास कर टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह को बाधित करने की धमकी दी थी। यह समारोह 5 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पन्नू के खिलाफ केस दर्ज किया है। वह आतंक फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर नफरत फैला रहा है। जितेंद्र यादव ने बताया कि उसने कई प्रमुख व्यक्तियों को फोन किया है और उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। वह देश की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचा रहा है और उसी का संज्ञान लेते हुए हमने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, कई लोगों को यूके फोन नंबर प्लस 44 7418 343648 से कॉल आई, जिसमें आतंकवादी द्वारा पहले से रिकॉर्ड किया गया ऑडियो मैसेज चलाया गया। पन्नु द्वारा धमकी भरा कॉल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कनाडा में रहने वाला पन्नुन भारत में प्रतिबंधित संगठन एसएफजे का प्रमुख है। उसे 2020 में वांछित आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था। यह भी कहा जा रहा है कि वह इस समय अमेरिका में है।