- आईपीआरसीएल के राजभाषा समारोह में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
मुंबई। विश्व भाषा बनने की ओर निरंतर अग्रसर हिंदी भाषा का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और यह अहम बात हर हिंदी भाषी को अत्यंत गौरवान्वित करने वाला सुखद तथ्य है। यह महत्वपूर्ण जानकारी महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य, वरिष्ठ गीतकार एवं स्वतंत्र पत्रकार गजानन महतपुरकर ने इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईपीआरसीएल) के मझगांव डॉक, मुंबई स्थित प्रधान कार्यालय में शुक्रवार, 29 सितम्बर, 2023 को आयोजित राजभाषा पखवाड़े के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि जब हम हिंदी की विश्व व्याप्ति और वैश्विक भाषा के रूप में अद्यतन स्थिति पर विचार करते हैं, तो पाते हैं कि आज हिंदी सम्पूर्ण विश्व में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी को हमारे संविधान में राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, अत: हम सभी को अपना दैनिक सरकारी कामकाज अधिक से अधिक हिंदी में करने के प्रयास करने चाहिये, ताकि आईपीआरसीएल में राजभाषा हिंदी का प्रयोग उल्लेखनीय स्तर पर हो सके। आईपीआरसीएल के मुख्य महाप्रबंधक (परिचालन एवं व्यापार विकास) और मुख्य राजभाषा अधिकारी राजकुमार लाल ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि आईपीआरसीएल में 18 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2023 तक मनाये गये राजभाषा पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। समारोह की शुरुआत में आईपीआरसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता ने विशिष्ट अतिथि गजानन महतपुरकर को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर उनका स्वागत-सत्कार किया। अंत में आईपीआरसीएल के कम्पनी सचिव एवं उप मुख्य राजभाषा अधिकारी दलवीर सिंह ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। समारोह का संचालन आईपीआरसीएल के राजभाषा प्रबंधक अनुराग शर्मा ने किया।