उर्मिलेश, अभिसार सहित पत्रकार हिरासत में, तीस्ता सीतलवाड़ से भी हुई पूछताछ
जातिगत जनगणना की झुंझलाहट कहीं तो निकलेगी: विपक्ष
कोई कुछ गलत करेगा तो जांच एजेंसियां अपना काम करेंगी: अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली (वी.एन.झा)। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार 3 अक्टूबर को वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशंस पर रेड की। पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं।
मुंबई में एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के घर भी मुंबई पुलिस की एक टीम पहुंची। तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है।दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत की है। 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं।इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
उर्मिलेश, अभिसार सहित कई पत्रकारों को लम्बे समय तक जेल में रखा जा सकता है। इनके खिलाफ IPC की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के साथ-साथ यूएपीए की कई धाराएं (13, 16, 17, 18 और 22) भी लगाई गई हैं।धारा 16- आतंकी मामलों से जुड़ी, धारा 17- आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग जुटाना, धारा 18- षड्यंत्र की सजा, धारा 22 सी- कंपनियों द्वारा किए गए अपराध की सजा है। जिन पत्रकारों के यहां छापा मारा गया, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, परंजॉय गुहा ठाकुरता, ऑनिंदो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं।इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं। इस छापेमारी को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है. वहीं सरकार ने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं.कांग्रेस, आप और आरजेडी सहित अन्य विपक्ष दलों ने कहा कि बिहार में हुए जातिवार सर्वेक्षण से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. विपक्ष के आरोपों के बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ओडिशा के भुवनेश्वर में कहा, ”जांच एजेंसी अपना काम कर रही हैं. मुझे पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन अगर विभाग ने कोई कार्रवाई की है तो सबूत के आधार पर की होगी.” ऑनलाइन पोर्ट्ल न्यूजक्लिक से जुड़े लोगों के ठिकानों पर जांच एजेंसियों की छापेमारी को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं और वह कानून के मुताबिक अपना काम कर रही हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘मुझे छापेमारी पर सफाई देने की जरूरत नहीं है..अगर कोई कुछ गलत करेगा तो जांच एजेंसियां अपना काम करेंगी। ऐसा कहीं भी नहीं लिखा है कि आप अवैध तरीके से पैसे लेंगे और कुछ आपत्तिजनक करेंगे तो जांच एजेंसियां आपकी जांच नहीं कर सकतीं!’