नई दिल्ली। सीबीआई ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के खिलाफ फिल्म का सर्टिफिकेट देने के बदले घूस लेने के मामले में केस दर्ज किया है। तमिल अभिनेता विशाल ने सीबीआई को शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उनसे फिल्म के सर्टिफिकेट के लिए सितंबर 2023 में 7 लाख रुपए की घूस मांगी गई थी। अभिनेता विशाल ने कहा था कि उन्होंने फिल्म के लिए सर्टिफिकेट के बदले बोर्ड को 6.5 लाख रुपए दिए थे। घूस देने के बाद ही उनको फिल्म का सर्टिफिकेट जारी किया गया था। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि आरोपित व्यक्तियों के परिसर सहित मुंबई में चार स्थानों पर छापेमारी के बाद प्राथामिकी दर्ज की गई। जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने मर्लिन मेनगा, जीजा रामदास, राजन एम और सीबीएफसी के एक अज्ञात लोक सेवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि यह आरोप लगाया गया है कि एक फिल्म को हिंदी में डब करने के लिए सितंबर 2023 के दौरान एक व्यक्ति ने अन्य लोगों के साथ मिलकर रिश्वत की साजिश रची थी। उक्त साजिश को अंजाम देने के लिए आरोपित ने शुरू में सीबीएफसी मुंबई के अधिकारियों की ओर से रिश्वत की मांग की थी।अधिकारी के अनुसार, बातचीत के बाद रिश्वत की राशि घटकर 6.54 लाख रुपये हो गई थी। प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि महिला ने सीबीएफसी मुंबई के अधिकारियों की ओर से दो अन्य आरोपितों के दो बैंक खातों में 6.54 लाख रुपये की रिश्वत प्राप्त की थी। जिसके बाद हिंदी में डब फिल्म के लिए 26 सितंबर 2023 को जरूरी प्रमाण पत्र सीबीएफसी मुंबई द्वारा जारी किया गया।