मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर शिवसेना के दोनों गुटों की तरफ से विधायकों की अयोग्यता को लेकर दाखिल याचिकाओं पर 12 अक्टूबर को सुनवाई की। यह महाराष्ट्र विधान भवन में हुई पहली वास्तविक सुनवाई थी।हालांकि शिंदे गुट ने अलग से सुनवाई की मांग की, जिसका उद्धव गुट ने विरोध किया। उनका कहना था कि याचिकाओं पर अलग से सुनवाई की जरूरत नहीं है क्योंकि सभी याचिकाओं की वजह एक ही है।राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने कहा कि हम स्पीकर से आग्रह करते हैं कि याचिकाओं पर निर्णय लेने में और देरी न हो। देसाई ने कहा, न्याय में देरी न्याय न मिलने के बराबर है। स्पीकर ने पहले सुनवाई के लिए 13 अक्टूबर की तारीख तय की थी, लेकिन उस दिन उन्हें दिल्ली में G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (P20) में भाग लेना है, इसलिए राहुल ने सुनवाई की तारीख बदल दी।