जवाब में हमास बोला- डटे रहो, ये 10 लाख लोगों की जिंदगी से खिलवाड़: संयुक्त राष्ट्र
तेल अवीव। इजरायल और हमास के बीच जारी जंग और वीभत्स हो सकता है। दरअसल, दोनों ही पक्षों के बयान तो यही बताते हैं। इजरायल ने उत्तरी गाजा के लोगों को 24 घंटों के अंदर दक्षिणी गाजा जाने को कहा है। माना जा रहा है कि आज रात इजरायल यहां बड़ा हमला करेगा शुक्रवार को जारी कई तस्वीरें में दिख रहा है कि इजरायल के टैंक गाजा की तरफ बढ़ रहे हैं।इजरायल के आदेश के कुछ घंटों बाद ही हमास ने फलस्तीनियों से अपने घरों में रहने का आह्वान किया है। उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख लोग हैं। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, हमास के अधिकारियों ने उत्तरी गाजा के लोगों से कहा है कि वे अपने घरों में स्थिर रहें और इस घृणित मनोवैज्ञानिक युद्ध के सामने मजबूती से खड़े रहें।इससे पहले इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इजरायल के आदेश पर हैरानी जताई। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार लोगों को गाजा में एक जगह से दूसरी जगह ले जाना नामुमकिन है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये गाजा की आधी आबादी है। इजरायल इस ऑर्डर को वापस ले। इजरायली डिफ़ेंस फ़ोर्सेज़ के प्रवक्ता डैनियल हैगारी ने भी विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र संघ की राय पर सहमति जताई। साथ ही उन्होंने खुद स्वीकार किया कि 10 लाख़ लोगों को उत्तरी गाजा से बाहर निकालने में वक्त लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह युद्ध क्षेत्र है, हम उन्हें मौका देने की कोशिश कर रहे हैं और हम बहुत सारी अन्य कोशिशें कर रहे हैं और हम समझते हैं कि इसमें 24 घंटे का ही समय नहीं लगेगा।इजरायली सेना के 1 लाख सैनिकों ने गाजा को चारों ओर से घेर लिया है और इजरायली टैंक तेजी से गाजा की तरफ बढ़ रहे हैं। दरअसल, ये सैनिक सरकार के आदेश का इंतजार कर रहे हैं और कभी भी ग्राउंड ऑपरेशन के लिए उतर सकते हैं। इससे पहले इजरायल ने हमास के 750 सैन्य गढ़ों को नष्ट कर दिया है।इजरायल और हमास में युद्ध का आज सातवां दिन है और इसमें 2800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गाजा से दो लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
भारत का ऑपरेशन अजय, पहली फ्लाइट से स्वदेश लौटे 212 भारतीय
इज़रायल से ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत भारत पहली फ्लाइट भारत आ गई है। इस फ्लाइट से 212 भारतीय स्वदेश लौटे हैं। एक अनुमान के अनुसार, इज़रायल में 18 हजार के लगभग भारतीय फंसे हैं। इनमें ज्यादातर आईटी प्रोफेशनल और छात्र हैं। बीते शनिवार को हमास ने इज़रायल पर हमला किया, तब से वहां युद्ध जैसे हालात हैं। इज़रायल और हमास युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मोदी सरकार ने विशेष अभियान चलाया है, जिसे ‘ऑपरेशन अजयन’ नाम दिया गया है।