नई दिल्ली। भारतीय सेना दूसरे देशों की सेनाओं के साथ युद्धाभ्यास कर अपने कौशल को निखारने के प्रयास लगातार कर रहती है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान कई मंचों पर तीनों सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास की अहमियत को रेखांकित किया है। सेना की सबसे हालिया गतिविधि के बारे में रक्षा अधिकारी ने कहा कि सेना के तीनों अंग- थल, जल और वायु सेना विभिन्न परिचालन विकल्पों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। तीनों सेवाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए मेघालय के शिलांग में पूर्वी वायु कमान में ट्राई-सर्विसेज टेबल टॉप अभ्यास- प्रयोग-23 चल रहा है।रक्षा अधिकारी ने मेघालय में जारी प्रयोग-23 और सीडीएस अनिल चौहान के भावी कार्यक्रम के बारे में बताया, इस अभ्यास में अगले दो दिनों तक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।सेना से जुड़े एक अन्य अहम घटनाक्रम में भारत और श्रीलंका की नौसेना के बीच सैन्य सहयोग बढ़ रहा है। नौसेना ने एक बयान में कहा, कोलंबो में भारतीय युद्धपोत आईएनएस ऐरावत पर पतवार निरीक्षण और परीक्षण इकाई की स्थापना की पहल की गई है। बयान के अनुसार, श्रीलंकाई नौसेना को भंडार और उपकरण सौंपने का समारोह बुधवार को आयोजित किया गया। नौसेना ने बताया कि भारतीय सैन्य अधिकारी- रियर एडमिरल निर्भय बापना ने श्रीलंकाई नौसेना के डीजी इंजीनियरिंग रियर एडमिरल रवि रणसिंघे को उपकरण सौंपे। सेना के अनुसार, इस आदान प्रदान से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग और प्रगाढ़ होने की पूरी उम्मीदें हैं।