हमास की महिला नेता की मौत, हम इजराइल के साथ खड़े हैं :सुनक
तेल अवीव। इजराइल और हमास की जंग का आज 13वां दिन है। इजराइल ने देर रात लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया है। इजराइल की डिफेंस फोर्सेज का दावा है कि इन हमलों में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी के स्मारक को निशाना बनाया गया।दरअसल, कासिम सुलेमानी ईरान के मशहूर कमांडरों में से एक था।
2020 में एक अमेरिकी अटैक में उसकी जान चली गई थी। इस बीच इजराइल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है कि हम इस बात संभावना को खारिज नहीं कर सकते हैं कि अभी हमास के लड़ाके हमारे देश में मौजूद हैं।गाजा बॉर्डर के इलाकों को स्कैन करने का काम अभी पूरा नहीं हुआ है।
हमने कल भी हमास के एक लड़ाके को पकड़ा है। वो वापस गाजा भाग रहा था। डिफेंस फोर्सेस ने बताया है कि गाजा पर उनके हमले में हमास की इकलौती महिला नेता जमिला अल शांति मारी गई है। वो हमास के को-फाउंडर अब्देल अजीज अल रंतिसी की पत्नी थी। रंतिसी की दूसरे इंतिफादा के दौरान 2004 में इजराइल हमले में मौत गई थी। जमिला 2021 में ही हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो की मेंबर बनी थी। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजराइल से एकजुटता दिखाने के लिए तेल अवीव पहुंचे हैं।इजराइल पहुंचने के बाद सुनक ने कहा- इस देश ने आतंक का सामना किया है हम इनके साथ हैं। वहीं, बाइडेन के इजराइल दौरे के बाद अमेरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ये प्रतिबंध ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम पर लगाए जाएंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इसकी जानकारी दी है।दूसरी तरफ, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइल से लौटने के बाद इजिप्ट (मिस्र) के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से चर्चा की। अल-सीसी ने मानवीय सहायता ले जाने वाले लगभग 20 ट्रकों को गाजा भेजने के लिए राफा बॉर्डर खोलने की इजाजत दे दी है।
मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति को दिलाया मदद का भरोसा, मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ टेलीफोन पर बात की तथा गाजा के अल अहली अस्पताल पर हमले में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त करने के साथ ही फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट््िवटर) पर अपनी पोस्ट में कहा, ”फ़ििलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की। हम फ़ििलस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। मोदी ने यह भी कहा, ”क्षेत्र में आतंकवाद, हिसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी िचता साझा की। इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।
भारतीयों की निकासी के लिए गाजा में हालात कठिन : विदेश मंत्रालय
ऑपरेशन अजय के तहत भारत वापस आए 1200 भारतीय
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में चार भारतीय हैं और उन्हें निकालना आसान नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जैसे ही हालात निकालने लायक होंगे उन्हें सुरक्षित भारत लाया जाएगा। सरकार की तरफ से गुरुवार को कहा गया कि ऑपरेशन ‘अजय’ के तहत 5 फ्लाइट में 1200 लोग वापस आए हैं इनमें से 18 नागरिक नेपाल के भी हैं और फ्लाइट भेजने का प्लान चल रहा है। परिस्थिति का जायज़ा लिया जा रहा है। गाज़ा में पहले तकरीबन 4 लोग थे लेकिन हमारे पास पुख्ता आंकड़े नहीं हैं, वेस्ट बैंक में 12-13 लोग थे। गाज़ा में स्थिति ऐसी है कि वहां से निकलना थोड़ा मुश्किल है।।।” विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि किसी भारतीय की कैजुअल्टी की सूचना नहीं है। साथ ही गाजा में अस्पताल पर हुए हमले को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि आपने पीएम का ट्वीट देखा होगा। पीएम ने नागरिकों की मौत पर चिंता जताई और परिजनों से संवेदना व्यक्त की। भारत हर तरह की हिंसा की निंदा करता है। फिलस्तीन मसले पर हम दो राष्ट्र के सिद्धांत को मानते हैं। गाजा और फिलस्तीन को मदद के मुद्दे पर अरिंदम बागची ने कहा कि 2000 से 2023 तक भारत ने लगातार फिलस्तीन की मदद की है। 29।5 मिलियन डॉलर की मदद भारत की तरफ से की जा चुकी है। विदेश मंत्रालय ने इजराइल-हमास युद्ध से उत्पन्न समग्र स्थिति पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए। हमने इजराइल पर हुए भीषण हमले की कड़ी निंदा की है।