पुणे। पुणे के मैदान पर अपना यादगारी प्रदर्शन जारी रखते हुए विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ भी शतक लगाकर और अपनी टीम को 7 विकेट से जीत दिला दी। पुणे की पिच पर बांग्लदेश ने पहले खेलते हुए 256 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने शुभमन के 53, रोहित के 48, विराट के शतक और केएल राहुल के 34 रनों की बदौलत जीत हासिल कर ली। विराट अपने शतक के कारण प्लेयर ऑफ द मैच बने। विराट ने यह अवॉर्ड मिलने के बाद सबसे पहले अपने टीम के साथी रविंद्र जडेजा से माफी मांगी जिन्होंने मैच के दौरान शानदार गेंदबाजी करने के अलावा कुछ बेहतरीन कैच भी लपके थे। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान विराट ने कहा कि जड्डू से इसे (पीओटीएम पुरस्कार) चुराने के लिए क्षमा चाहता हूं। मैं एक बड़ा योगदान देना चाहता था। मैंने विश्व कप में कुछ अर्द्धशतक बनाए हैं, लेकिन में इसे आगे बदल नहीं पा रहा था। मैं बस इस बार खेल खत्म करना चाहता था और अंत तक रुकना चाहता था जो कि मैंने वर्षों से किया है। मैं शुभमन से बोल रहा था कि आप ऐसी स्थिति के बारे में सिर्फ सपने ले सकते हैं। विराट ने पारी की शुरूआत पर कहा कि यह मेरे लिए एक सपने की तरह रहा। पहली चार गेंदें, दो फ्री-हिट, एक छक्का और एक चौका मिला। यह बस आपको शांत करता है और आपको पारी में ले जाता है। आज यहां पिच काफी अच्छी थी। इसमें मुझे अपना खेल खेलने की इजाजत थी। मैंने बस गेंद को टाइम करना, गैप में हिट करना पर जोर दिया। इसके अलावा जोर से दौड़ना और जब भी जरूरत हो बाउंड्री हासिल करना जैसा लक्ष्य हासिल किया। वहीं, चेंजिंग रूम के बारे में बात करते हुए विराट ने कहा कि यहां बहुत अच्छा माहौल है। हमें एक-दूसरे का साथ अच्छा लग रहा है। वहां की भावना हर कोई देख सकता है। हम समझते हैं कि यह एक लंबा टूर्नामेंट है, आपको कुछ गति बनाने की जरूरत है। घर पर खेलना, इन सभी लोगों के सामने खेलना विशेष अहसास है।