पटना। भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि जाति और क्षेत्र के आधार पर राजनीति करने वाले दलों और नेताओं को प्रधानमंत्री के वयान पर मिर्ची लग गई है और वे अनाप शनाप बोल रहे हैं। वास्तविकता है कि बिहार में राजद और जदयू की राजनीति का आधार ही जातीयता और क्षेत्रीयता है। इन्हें राज्य की प्रगति,विकास और जनहित से कोई सरोकार नहीं है। इनके बड़े नेता भरस्टाचार के आरोपों में जेल जाते हैं और जेल से बाहर होने पर हाथी पर वापस आते हैं। अच्छा और बुरा में इन्हें फर्क नजर नहीं आता है। इनका पूरा कुनबा आसुरी आवरण में है। इनके अंदर जातिवाद, भ्रस्टाचार और अपराध रूपी रावण व्याप्त है जिसे खत्म करने की जरूरत है। सिन्हा ने कहा कि आई इन डी आई ए गठबंधन में फूट के कारण बिहार महागठबंधन के नेता परेशान हैं। देश में घूम घूम कर अपनी एकता और एकजुटता की डींग हांकते थे। लेकिन मध्यप्रदेश में होने बाले आगामी विधानसभा चुनाव ने इनकी पोल खोल दी। कांग्रेस जदयू और समाजवादी पार्टी को कोई भाव नहीं दे रहा है।इसी के कारण ये निराशा में हैं। सिन्हा ने कहा कि बिहार की सरकार में आसुरी शक्तियों का बोलबाला औऱ दबदबा है।जिस प्रकार असुरों द्वारा ऋषि, मुनियों औऱ सामान्य जनों को तबाह किया जाता था ठीक उसी प्रकार राज्य में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।शराब, बालू औऱ जमीन माफियाओं के द्वारा राज्य में हाहाकार मचा दिया गया है।राज्य की जनता इस आसुरी सरकार से परेशान औऱ हैरान है। वर्ष 2024 औऱ 2025 के चुनावों में राज्य की जनता महागठबंधन सरकार को सबक सिखायेगी।