हमास के 150 “भूमिगत ठिकानों” को निशाना बनाया, इंटरनेट ठप, बाहरी दुनिया से टूटा संपर्क
गाजा पर बमबारी अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफः रूस एयर स्ट्राइक में 7,703 फिलिस्तीनियों की मौत : हमास
तेल अवीव। गाजा में हमास का खात्मा करने उतरी इजरायली सेना ने जमकर कहर बरपा रही है. इजरायली सेना द्वारा लगातार किये जा रहे हवाई हमलों के कारण पहले ही गाजा में बर्बादी का मंजर है, अब थल सेना के मैदान में उतरने से अफरा-तफरी मच गई है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को जड़ से उखाड़ फेंकने की कसम खाई है. इजरायली सेना का कहना है कि हमास नेतृत्व और उसका मुख्य बुनियादी ढांचा उत्तर में केंद्रित है, जहां हमने अब लगातार हमले शुरू कर दिए हैं. कुछ दिनों पहले ही इजरायल ने उत्तरी गाजा के आम लोगों से आग्रह किया था कि वह दक्षिणी गाजा की ओर चले जाएं. गाजा पर शुक्रवार की रात तेज हमले हुए, जिसमें इजरायली सेना ने हवाई हमलों में हमास के एक शीर्ष कमांडर और कई आतंकियों के मारे जाने का दावा किया. इजराइल ने कहा कि उन्होंने हमास के 150 “भूमिगत ठिकानों” को निशाना बनाया है. इजरायल के हमलों में हमास के लिए कई ऑपरेशनों को अंजाम देने वाले असेम अबू रकाबा की मौत हो गई. असेम अबू रकाबा ने 7 अक्टूबर के हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने मौजूदा युद्ध को जन्म दिया. शुक्रवार रातभर हुए हमलों के बीच इंटरनेट और फोन सेवाएं भी बंद कर दी गईं. जिससे वहां मौजूद लोगों का संपर्क पूरी दुनिया से टूट गया है. एक गैर सरकारी संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच ने चिंता व्यक्त की है कि कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट से बड़े पैमाने पर हो रहे हमलों के प्रभाव के बारे में पता नहीं चल पाएगा, जिससे जरूरतमंदों तक मदद पहुंचने में बाधा आएगी. इजराइल के रक्षा प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि सैनिक “अभी भी मैदान में हैं” और दावा किया कि वे एक कमज़ोर दुश्मन से लड़ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भोजन और पानी ले जाने वाले सहायता ट्रकों को आज गाजा में जाने की अनुमति दी जाएगी. इज़रायली हमलों से न केवल यह क्षेत्र प्रभावित हुआ है, बल्कि उन्हें भोजन, ईंधन और दवाओं की भी भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. एक पत्रकार ने बताया कि गाजा में इस समय हड़कंप मचा हुआ है. गाजा पट्टी के उत्तर में इतने बड़े पैमाने पर बमबारी हुई, जो हमने पहले कभी नहीं देखी थी. गाजा पट्टी पर इजरायली सैन्य हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 7,703 हो गई है। हमास-नियंत्रित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने ताजा बयान में कहा कि गाजा पर इजरायल की बमबारी से ऐसी तबाही का खतरा है जो सदियों नहीं तो कई दशकों तक जारी रह सकती है. लावरोव ने बेलारूसी राज्य समाचार एजेंसी बेल्टा के साथ एक साक्षात्कार में इजरायल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद की निंदा करते हैं. लेकिन हम इस बात से भी असहमत हैं कि इजरायल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के मानदंडों का उल्लंघन कर कार्रवाई कर रहा है।
मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति से फोन पर बात की
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर बात की। दोनों लीडर्स ने जंग को लेकर चर्चा की। उन्होंने भारत-मिस्र के रिश्तों को मजबूत करने पर भी बातचीत की।
संयुक्त राष्ट्र में सीजफायर के लिए प्रस्ताव पास
इससे पहले UN की जनरल एसेंबली में शुक्रवार रात 2 बजे (भारतीय समयानुसार) इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव पास हुआ। प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में 14 देशों ने वोटिंग की। भारत सहित 45 देशों ने वोट नहीं किया।अमेरिका और इजराइल ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। न्यूयॉर्क में हुई UN की बैठक में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, ‘हम हमास को इस तरह के अत्याचार करने की इजाजत देकर चुपचाप नहीं बैठेंगे। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। इस अधिकार का मतलब यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार कभी नहीं दोहराए जाएं। ऐसा तभी होगा जब हमास का पूरी तरह से खात्मा हो जाए।’
बंधकों के परिजन से मिले नेतन्याहू
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के परिजन से मुलाकात की है। हमास की कैद में 229 बंधक हैं। इनके परिजन काफी समय से PM नेतन्याहू से मिलने की मांग कर रहे थे। सभी लोग बंधकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। उनका कहना था कि सेना हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बना रही है। इन्हें सुरंगों में बंधकों को रखे जाने की खबर हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।