पुलवामा। कश्मीर में आतंकियों ने 24 घंटे के भीतर दूसरे आतंकी हमले को अंजाम दिया है। सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने प्रवासी श्रमिक को गोलियों से निशाना बनाया। इससे श्रमिक की मौत हो गई है। इससे पहले रविवार दोपहर श्रीनगर में पुलिस इंस्पेक्टर को आतंकी ने गोलियां मारी। पुलिस अधिकारी का इलाज अस्पताल में जारी है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि पुलवामा के तुमची नौपोरा इलाके में आतंकवादियों ने श्रमिक को गोली मारी। श्रमिक की पहचान 38 वर्षीय मुकेश कुमार के रूप में हुई है। वह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के भटपुरा के रहने वाले थे। इस हमले में श्रमिक की जान चली गई है। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम मौके पर पहुंची। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आतंकियों की तलाश की जा रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्रमिक मुकेश ईंट भट्टे पर मजदूरी करके अपने परिवार का गुजर बसर करता था। सोमवार को दोपहर अपने कुछ सामान लेने के लिए पास की दूकान पर जा रहा था। इसी दौरान आतंकियों ने उस पर गोलीबार की, जिससे उसकी मौत हो गई। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने दोनों हमलों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व हैं जिन्हें प्रदेश की शांति से परेशानी होती है। श्रीनगर में पुलिस इंस्पेक्टर तो पुलवामा में एक गरीब परिवार के बेटे को आतंकियों ने हमला किया। वह प्रवासी मजदूर महज काम करने के लिए कश्मीर आया था। एडजीपी कश्मीर विजय कुमार व अन्य पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। ये बातें डीजीपी ने अनंतनाग के मट्टन में मॉडल पुलिस थाने के उद्घाटन के दौरान कहीं।