नई दिल्ली(वी.एन.झा)। अक्टूबर महीने में त्योहारी सीजन के दम पर शानदार जीएसटी कलेक्शन देखने को मिला है. अक्टूबर 2023 में जीएसटी कलेक्शन कुल 1.72 लाख करोड़ रुपये रही है. एक जुलाई 2017 को जीएसटी के लागू होने के बाद से अक्टूबर 2023 में जीएसटी कलेक्शन का दूसरा सबसे उच्च स्तर है. वहीं बीते साल अक्टूबर 2022 के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन में 13 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर 2023 के लिए जीएसटी कलेक्शन का डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक अक्टूबर में 1,72,003 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली रही है. इसमें 30,062 करोड़ रुपये सीजीएसटी, 38,171 करोड़ रुपये एसजीएसटी, 91,315 करोड़ रुपये आईजीएसटी है और 12,456 करोड़ रुपये सेस के जरिए वसूला गया है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में औसतन जीएसटी कलेक्शन 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है जो 11 फीसदी ज्यादा है. वहीं बीते साल अक्टूबर महीने के मुकाबले इस अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 13 फीसदी ज्यादा रहा है. घरेलू ट्रांजैक्शन से रेवेन्यू में 13 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. सरकार ने सीजीएसटी में 42,873 करोड़ रुपये सेटल किया है जबकि आईजीएसटी में 36,614 करोड़ रुपये एसजीएसटी के तौर पर सेटल किया है. अक्टूबर महीने में केंद्र सरकार का रेवेन्यू 72,934 करोड़ रुपये सीजीएसटी के मद में रहा है जबकि राज्यों को 74,785 करोड़ रुपये एसजीएसटी के तौर पर प्राप्त हुआ है. इस वित्त वर्ष के अप्रैल महीने में जीएसटी कलेक्शन 1,87,035 करोड़ रुपये रहा था जो कि रिकॉर्ड हाई है. इसके बाद मई से सितंबर के बीच थोड़ी गिरावट रही. सितंबर 20223 में जीएसटी कलेक्शन 1,62,712 करोड़ रुपये रहा था. जबकि अक्टूबर 2022 में जीएसटी कलेक्शन ,151,718 करोड़ रुपये रहा था।
लैपटॉप टैबलेट इंपोर्ट के 110 आवेदनों को सरकार ने दी मंजूरी
सरकार ने लैपटॉप, कम्प्यूटर और दूसरे आईटी हार्डवेयर के इंपोर्ट करने वाले 111 में से 110 आवेदनों को मंजूरी दे दी है. इन आईटी प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट करने के लिए सरकार को 111 अप्लीकेशन सरकार को मिले थे. पिछले महीने सरकार ने लैपटॉप और कम्प्यूटर्स के इंपोर्ट पर रोक वाले नियमों में बदलाव करने का ऐलान किया था। जिसके बाद इंपोर्टर केवल ऑथराइजेशन के आधार पर विदेशों से इंपोर्ट करने की इजाजत दी गई है. इंपोर्टर को केवल संख्या और वैल्यू का खुलासा करना होगा।
नए इंपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए सरकार का मकसद लैपटॉप, टैबलेट्स और कम्प्यूटर्स के देश में इंपोर्ट को मॉनिटरिंग करना है. सरकार का साफ कहना है कि वो इन प्रोडेक्ट्स की सप्लाई में बाधा नहीं खड़ा करना चाहती है साथ लाइसेंस राज भी स्थापित करने का उसका कोई मकसद नहीं है.
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 100 रुपये हुआ महंगा
सरकारी तेल कंपनियों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में वाणिज्यिक एलपीजी के दाम में 100 रुपये की बढ़ोतरी की है। पिछले दो महीनों में दूसरी बार वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। अक्तूबर में कंपनियों ने वाणिज्यिक एलपीजी के दाम में 209 रुपये की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के एलपीजी सिंलेडरों की कीमत तब 1731.50 रुपये हो गई थी।कीमत में नई बढ़ोतरी के बाद अब दिल्ली में 19 किलो वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर का दाम 1,731 से बढ़कर 1,833 रुपये हो गया है। वहीं मुंबई में इसकी कीमत 1,785.50 रुपये, कोलकाता में 1,943 रुपये और चेन्नई में 1999.50 रुपये हो गई है।
97 फीसदी 2,000 रुपये के नोट बैंकिंग सिस्टम में लौटे वापस
आरबीआई ने ये जानकारी दी है कि 31 अक्टूबर, 2023 तक 97 फीसदी 2000 रुपये के नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस लौट चुका है. आरबीआई ने बताया कि उसके 19 दफ्तरों पर 2,000 रुपये के नोट को डिपॉजिट या एक्सचेंज करने की सुविधा उपलब्ध है. सेंट्रल बैंक ने आम लोगों से कहा है कि वे पोस्ट ऑफिसेज के जरिए 2000 रुपये के नोट को डिपॉजिट कर सकते हैं. इस सुविधा को लाभ उठाने पर नोट डिपॉजिट या एक्सचेंज करने के लिए आरबीआई दफ्तर ट्रैवल करने की आवश्यता नहीं होगी. आरबीआई ने एक बयान जारी कर बताया कि 19 मई, 2023 को जिस 2,000 रुपये के नोट वापस लेने का ऐलान किया गया दिन 3.56 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में था. जो 31 अक्टूबर, 2023 को घटकर अब केवल 0.10 लाख करोड़ रुपये या 10,000 करोड़ रुपये रह गया है।