विपक्षी सांसद गुस्से में, बैठक से वॉकआउट, महुआ ने खुद को निर्दोष बताया
नई दिल्ली (वी.एन.झा)। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों की जांच के लिए बुलाई गई लोकसभा की एथिक्स कमेटी की बैठक में गुरुवार (2 नवंबर) को जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी सांसद काफी गुस्से में नजर आए. बैठक से वॉकआउट का जो वीडियो सामने आया है उसमें साफ देखा जा सकता है कि महुआ मोइत्रा और बीएसपी सांसद दानिश अली (कमेटी के सदस्य) गुस्से में हैं.दोनों नेताओं ने कहा कि बीजेपी सांसद और समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने अनैतिक सवाल पूछे. दानिश अली ने दावा किया कि उनसे (महुआ मोइत्रा) ये पूछा जा रहा था कि रात में किससे बात होती थी. कौन किसके साथ बात करता है, क्या बात करता है…ये सब पूछे जा रहे थे. महिला से अनैतिक सवाल किए जा रहे थे.चीरहरण कर रहे थे.” कांग्रेस सांसद और समिति के सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी ने बैठक से वॉकआउट करने के बाद कहा, ”हमें आचार समिति के अध्यक्ष द्वारा मोइत्रा से पूछे गए सवाल अशोभनीय और अनैतिक लगेइससे पहले खबर आई थी कि महुआ ने एथिक्स कमेटी के सामने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि वकील जय अनंत देहाद्राई से निजी रिश्तों में खटास के कारण यह विवाद खड़ा हुआ है। महुआ के मामले में गृह, IT और विदेश मंत्रालय ने एथिक्स कमेटी को रिपोर्ट सौंपी हैं, उनके आधार पर महुआ से सवाल-जवाब हुए।रिपोर्ट्स के मुताबिक, IT मिनिस्ट्री ने कमेटी को बताया कि महुआ की ID से दुबई से कम से कम 47 बार लॉगिन किया गया। कमेटी ने 26 अक्टूबर को हुई बैठक के बाद तीनों मंत्रालयों से जानकारी मांगी थी।
सदस्यों ने मेरे खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया: सोनकर
एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ ने जांच में सहयोग नहीं दिया. उन्होंने कहा, “विपक्षी सदस्यों ने गुस्से में आरोप लगाए. वे सवाल से बचने के लिए बैठक से बाहर निकले. वह केवल और केवल उन पर आरोप हैं. सवाल से बचने के लिए यह आरोप लगाए हैं.” वहीं, कमेटी की सदस्य और बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने महुआ मोइत्रा के आचरण पर आपत्ति जाहिर की. उन्होंने कहा, “महुआ ने अध्यक्ष के लिए असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया. उनसे कोई अनैतिक सवाल नहीं पूछे गए थे. वही सवाल पूछे गए जो एफिडेविट में हैं. लेकिन महुआ इससे भड़क गईं.” अपराजिता सारंगी ने कहा, “महुआ काफी गुस्से में बोल रही थीं. दो विपक्षी सदस्यों ने टेबल पर जोर से हाथ मारे. महुआ ने कमेटी के अध्यक्ष का अपमान किया.” BJP सांसद निशिकांत दुबे ने कहा- दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे में किए गए दावों पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा से सवाल करने के लिए बाध्य है।