- विकसित गुजरात 2047 पर जिला कलेक्टरों-जिला विकास अधिकारियों की कार्यशाला आयोजित
गांधीनगर । मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने जिला कलेक्टरों-जिला विकास अधिकारियों को विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को निर्धारित समय से पहले प्राप्त करने का प्रेरक आह्वान किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि विकास के हर क्षेत्र में नंबर वन रहने वाला गुजरात अमर विकसित भारत 2047 का विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने में अपने राज्य का विकास विजन 2047 तैयार करने वाला भी पहला राज्य है। मुख्यमंत्री श्री गांधीनगर राज्य के जिला कलेक्टर-डी.डी.ओ. विकसित गुजरात 2047 पर कार्यशाला को अध्यक्ष पद से संबोधित कर रहे थे। आजादी के 75 वर्षों में देश और राज्य के विकास के परिप्रेक्ष्य में अमृतकाल की परिकल्पना यानी अगले 25 वर्षों के विकास रोड मैप पर मंथन के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस कार्यशाला में नीति आयोग के सहयोग से विकसित गुजरात 2047 विजन डॉक्यूमेंटेशन में कलेक्टर-डी.डी.ओ. से प्राप्त लिखित सुझावों को विस्तार से बताया गया। राज्य में मेहसाणा, वलसाड, दाहोद और भावनगर के जिला कलेक्टरों-जिला विकास अधिकारियों ने अपने जिले में तैयार किए जा रहे प्रारंभिक विज़न दस्तावेज़ का सारांश प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि वार्षिक परावर्तन शिविर के दौरान कलेक्टर, डी.डी.ओ. जैसे कि जमीनी स्तर और मैदानी स्तर के अधिकारी जिनकी विकास दृष्टि नवीन और व्यापक जनहित वाली हो। मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने कलेक्टरों-डीडीओ को जनता को संतुष्ट करने के लिए ईमानदारी से काम करने की सलाह भी दी और कहा कि अब उनके लिए जरूरी है कि वे सही स्तर पर सुझाव देते रहें कि अमृतकाल गुजरात 2047 कैसा हो। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी अधिकारियों के सहयोग, साहस और समर्पण से गुजरात निश्चित रूप से प्रधान मंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी द्वारा दिए गए विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करेगा। अवसरीय संबोधन में मुख्य सचिव श्री राजकुमार ने इस कार्यशाला का उद्देश्य बताते हुए कहा कि जब हम आने वाले वर्ष के लिए विकास का नक्शा तैयार कर रहे हैं तो पिछले वर्षों पर भी नजर डालना जरूरी है। इस संबंध में मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि वर्ष 1997-98 में 91 हजार करोड़ के जीएसडीपी के मुकाबले वर्तमान जीएसडीपी 22.61 लाख करोड़ है, यानी लगभग 11 गुना की वृद्धि हुई है।