- सीएम सोमनाथ में पीएम द्वारा शुरु किये गये राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ में शामिल हुए
- यज्ञ लेखन के पहले दिन लिखे गए थे 1.51 लाख राम नाम
सोमनाथ । मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव की श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना एवं जलाभिषेक किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सोमनाथ ट्रस्ट के श्री राम मंदिर में चल रहे सोमनाथ से अयोध्या राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ में भी भाग लिया। इस सोमनाथ से अयोध्या राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ की शुरुआत देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया गुजरात दौरे के दौरान सोमनाथ ट्रस्ट की बैठक के बाद गांधीनगर के राजभवन में पहली बार राम नाम लिखकर की थी। इस राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल शनिवार 5 नवंबर को अपनी सोमनाथ यात्रा के दौरान वहां राम मंदिर में मंत्र लेखन में शामिल हुए। सोमनाथ और राम मंदिर में अद्वितीय समानताएं हैं, विघटन के बाद सृजन की यह गाथा देश की एकता को मजबूत करने का काम करेगी। अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समय सोमनाथ में लिखे राम नाम का लोकार्पण किया जाएगा। जिस प्रकार भगवान राम की सेना द्वारा राम नाम लिखकर समुद्र के ऊपर राम सेतु का निर्माण किया गया था, उसी प्रकार संघर्षशील अतीत से नए भारत की नियति तक राम नाम लिखने वाला सेतु देश के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा बनाया जा रहा है । यज्ञ के प्रथम दिन ही 1.51 लाख से अधिक राम नाम लिखा जाना इस बात का प्रमाण है कि भक्तों ने इस यज्ञ को आत्मसात कर लिया है। सोमनाथ में देवाधिदेव महादेव और श्री राम प्रभु के सानिध्य में राम नाम लिखने से आत्मा को आनंद मिलता है। मुख्यमंत्री ने राम नाम लेखन में शामिल होकर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि आज सोमनाथ से अयोध्या तक राम नाम लेखन में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। मुख्यमंत्री ने सोमनाथ ट्रस्ट को राम नाम मंत्र लेखन यज्ञ में देश-विदेश के श्रद्धालुओं को जोड़कर अखंड भारत के राम नाम लेखन सेतु का निर्माण करने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर सोमनाथ ट्रस्ट के ट्रस्टी जे. डी. परमार और सचिव योगेन्द देसाई ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।