भारत और भूटान के बीच मित्रता और सहयोग के अनूठे संबंध, प्रधानमंत्री ने भूटान के राजा की अगवानी की
नई दिल्ली। भारत दौरे पर आए भूटानी राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने भूटान के राजा की अगवानी की और दोनों बातचीत में व्यस्त दिखे। भारत की आधिकारिक 8 दिवसीय यात्रा के लिए 4 नवंबर को असम पहुंचे भूटान राजा के साथ भूटान की शाही सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी हैं। इसके अलावा, उनका महाराष्ट्र की यात्रा करने का भी कार्यक्रम है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारत और भूटान के बीच मित्रता और सहयोग के अनूठे संबंध हैं, जो समझ और आपसी विश्वास की विशेषता है। यह यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी। विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय द्विपक्षीय साझेदारी को और आगे बढ़ाएं। इससे पहले, इस अप्रैल में भूटान के राजा ने भारत का दौरा किया था और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। एक दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनसे मुलाकात की थी, जिन्होंने भूटान के सतत परिवर्तन के दृष्टिकोण के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की थी। मुलाकात के दौरान भूटान नरेश ने असम दौरे का अपना अनुभव भी साझा किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भूटान नरेश की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग के घनिष्ठ संबंध मजबूत होंगे।
पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से की बात
इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत का रुख दोहराया, दोनों नेताओं
ने बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की भी समीक्षा की
पश्चिम एशियाई संकट के बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ईरानी राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रायसी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जहां उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की स्थिति को दोहराया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया क्षेत्र की कठिन स्थिति और इजराइल-हमास संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया।मोदी ने आतंकवादी घटनाओं, हिंसा और नागरिकों की जान के नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की।राष्ट्रपति रायसी ने स्थिति का अपना आकलन साझा किया।दोनों नेताओं ने तनाव को रोकने, निरंतर मानवीय सहायता सुनिश्चित करने और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।नेताओं ने बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की भी समीक्षा की और सकारात्मक मूल्यांकन किया। उन्होंने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार के लिए ईरान में चाबहार बंदरगाह पर ध्यान केंद्रित करने और प्राथमिकता देने का स्वागत किया।दोनों पक्ष क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता में साझा हित को देखते हुए संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए।इससे पहले रविवार (5 नवंबर) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया में गंभीर स्थिति पर चर्चा की थी।जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, आज ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की। पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं पर चर्चा की। तनाव को रोकने और मानवीय सहायता प्रदान करने के महत्व से अवगत कराया। संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।
मुर्मु ने हीरालाल सामरिया को मुख्य सूचना आयुक्त की शपथ दिलायी,शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी भी उपस्थित रहे
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने केन्द्रीय सूचना आयोग के नवनियुक्त मुख्य सूचना आयुक्त हीरालाल सामरिया को आज पद की शपथ दिलायी। राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार सोमवार को सुबह राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में श्री सामरिया को पद की शपथ दिलाई गयी। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1985 बैच के अधिकारी हैं। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।