- गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, कानून, न्याय, विधायी और संसदीय कार्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने संभाली लखनऊ रोड शो की कमान
- विकास का मॉडल बना ‘गुजरात वाइब्रेंट’ : पटेल
गांधीनगर। नई दिल्ली में कर्टन रेजर कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद और मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, चेन्नई, जापान, यूरोप, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम और दक्षिण कोरिया में हुए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रोड शो के बाद, वाइब्रेंट गुजरात 2023 प्रतिनिधिमंडल ने सफलतापूर्वक लखनऊ रोड शो का समापन किया। गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, कानून, न्याय, विधायी और संसदीय कार्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इस रोड शो का नेतृत्व किया। लखनऊ रोड शो में गुजरात के मंत्री ने कई संगठनों के प्रमुखों के साथ वन-ऑन-वन बैठकें कीं। इनमें RSPL ग्रुप के टिंकू छाबड़ा, V गार्ड की चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर उपासना अरोड़ा, सनसोर्स एनर्जी के MD और CEO कुशाग्र नंदन, ल्यूमिनस की MD और CEO प्रीति बजाज, फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डी.के गुप्ता, एरिशा ई-मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर परमिंगर सिंह बावेजा, ऊषा बर्को लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अपूर्व झावर, फोरेस्टा मेडटेक के फाउंडर और एमडी मोनीष भंडारी, काडिला फार्मास्टयुटिकल लिमिटेड के कॉर्पोरेट अफेयर्स के प्रेसीडेंट राज प्रकाश व्यास के साथ बैठकें शामिल हैं। रोड शो की शुरुआत ASSOCHAM गुजरात काउंसिल के अध्यक्ष चिंतन ठाकर के स्वागत भाषण से हुई। उनके स्वागत भाषण के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार में इंडस्ट्रियल डिवलपमेंट, एक्सपोर्ट प्रोमोशन,NRI,, इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने सभा को संबोधित किया। सभा के दौरान वाइब्रेंट गुजरात 2024 प्रमोशनल फिल्म की स्क्रीनिंग और गुजरात सरकार में ऊर्जा एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग की प्रमुख सचिव IAS ममता वर्मा ने गुजरात में मौजूद व्यावसायिक अवसरों पर एक प्रेजेंटेशन भी दी। गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, कानून, न्याय, विधायी और संसदीय मामलों के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान मंत्री ने उत्तर प्रदेश और गुजरात के आपसी संबंधों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के संदर्भ में भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से दूर होने के बावजूद, दोनों राज्य कई प्रमुख पहलुओं पर मजबूती से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में राज्य विकास की नई परिभाषा लिख रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में हुए इन विकास कार्यों ने लोगों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन किया है। उन्होंने वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई ODOP (एक जिला एक उत्पाद) जैसी योजनाओं के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी। इस योजना के तहत देश के स्थानीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) द्वारा बनाए गए पारंपरिक उत्पादों और रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के महत्व और पिछले 20 वर्षों में गुजरात की विकास यात्रा में इसकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात की सफलता को उसकी विकास यात्रा से सरलता से समझा जा सकता है।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री के निर्णायक नेतृत्व में, गुजरात एक नीति संचालित राज्य के रूप में उभरा है। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने उपस्थित सभी सदस्यों को आगामी 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के लिए निमंत्रण दिया और कहा कि यह सम्मेलन उन निवेशकों को एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा जो अपने ग्लोबल काउंटरपार्ट्स के साथ गुजरात में मौजूद विकास की अपार संभावनाओं में रुचि रखते हैं।