यरूशलम । यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार को तुर्किए से भारत आ रहे जहाज को हाईजैक कर लिया। लाल सागर से बंधक बनाए गए 620 फीट के कार्गो शिप का नाम गैलेक्सी लीडर है और इसमें 25 क्रू मेंबर मौजूद हैं।वारदात से पहले हूती समूह ने इजराइली जहाजों पर हमले की चेतावनी दी थी। हूती विद्रोहियों के एक स्पोकपर्सन ने कहा कि इजराइल की तरफ से चलने वाले सभी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा।हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह जहाज उनका नहीं है और इस पर कोई इजराइली और भारतीय नगारिक सवार नहीं है। कतरी मीडिया हाउस अलजजीरा के मुताबिक ये कार्गो शिप ब्रिटेन का है और इसे जापानी कंपनी ऑपरेट करती है। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के अनुसार बहामास के झंडे तले जा रहा जहाज ब्रिटिश कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। इजराइली कारोबारी अब्राहम उंगर इसके आंशिक हिस्सेदार हैं। फिलहाल यह एक जापानी कंपनी को लीज पर दिया गया था।इजराइली विदेश मंत्रालय के अनुसार, जहाज पर यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मेक्सिको के नागरिक सवार हैं। वहीं, इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसे आतंकी घटना बताते हुए इसके पीछे ईरान का हाथ बताया।वहीं, हूती मिलिट्री के प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा है कि वो जहाज पर मौजूद सभी बंधकों को इस्लामिक उसूलों और तौर-तरीके के साथ संभाल रहे हैं। उन्होंने लाल सागर में इजराइली जहाजों को निशाना बनाने की फिर से धमकी दी है।इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ईरान की ओर से अंतरराष्ट्रीय जहाज पर हमला बताया है। उन्होंने कहा कि यह ईरान की ओर से आतंकवाद का एक और कृत्य है। यह फ्री वर्ल्ड के लोगों पर एक बड़ा हमला है। इसके अलावा यह दुनिया की शिपिंग लाइन को भी प्रभावित करता है। इससे इस रूट की सुरक्षा को लेकर चिंता स्वाभाविक है।