नई दिल्ली। अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में एक सिख अलगाववादी को मारने की साजिश को विफल कर दिया है. इस संबंध में भारत को भी चेतावनी जारी की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक साजिश का निशाना सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू था.फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बुधवार (22 नवंबर) को बताया, “अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में एक सिख अलगाववादी को मारने की साजिश को विफल कर दिया.” फिलहाल इस रिपोर्ट पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. मामले से परिचित लोगों के अनुसार अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि क्या नई दिल्ली के विरोध के कारण साजिशकर्ताओं ने अपनी योजना बदल दी या फिर एफबीआई के हस्तक्षेप के कारण साजिश नाकाम हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को राजनयिक चेतावनी के अलावा अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने न्यूयॉर्क जिला अदालत में कम से कम एक संदिग्ध के खिलाफ सीलबंद अभियोग भी दायर किया है. रिपोर्ट के मुताबिक पन्नू ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि क्या अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें साजिश के बारे में चेतावनी दी थी. हालांकि, उन्होंने मामले में बस यह ही कहा कि अमेरिकी सरकार को अमेरिकी धरती पर भारतीय गुर्गों से उनकी जान के खतरे को लेकर जवाब देना होगा. वहीं, इस मामले में एक कथित आरोपी के खिलाफ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सीलबंद केस दायर किया गया है। लेकिन आरोपी कौन है और आरोप क्या हैं यह लिफाफा खुलने पर पता चलेगा। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट फिलहाल इस बात पर बहस कर रहा है कि इस सीलबंद केस को अभी खोला जाए और आरोपों को सार्वजनिक किया जाए या आतंकी निज्जर की हत्या की जांच पूरी होने के बाद खोला जाए। दरअसल, जून में कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी।
उसकी हत्या का आरोप कनाडा ने भारत पर लगाया है। भारत ने इस आरोप को खारिज किया है।