- क्या कांग्रेस में रहने के लिए चमचागिरी जरूरी है, राम और राष्ट्र से समझौता नहीं: कृष्णम
नई दिल्ली
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पार्टी के नेता और कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार (10 फरवरी) को एक बयान जारी इसकी जानकारी दी।वेणुगोपाल ने कहा कि अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयान देने की शिकायतों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।पार्टी से निष्कासन के बाद प्रमोद कृष्णम ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा- मैं शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी किया। क्या कांग्रेस में रहने का मतलब है कि हमें चमचागिरी करना और झूठ बोलना जरूरी है हाल ही में प्रमोद कृष्णम ने अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की जमकर तारीफ की थी। वे 22 जनवरी को अयोध्या भी गए थे। उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग न लेने पर कांग्रेस की आलोचना की थी। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पूछा कि केसी वेणुगोपाल या मल्लिकार्जुन खड़गे ये बताएं कि ऐसी कौन सी गतिविधिया हैं जो पार्टी के विरोध में थीं। क्या राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण स्वीकारना, वहां जाना, श्री कल्कि धाम का शिलान्यास कराना, नरेंद्र मोदी से मिलना, सनातन की बात करना पार्टी विरोधी है?उन्होंने आगे कहा- सवाल मेरे निष्कासन का नहीं। सवाल ये है कि जो महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, पंडित जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद और इंदिरा गांधी की कांग्रेस थी, आज उस कांग्रेस को किस रास्ते पर लाकर खड़ा किया गया है। क्या कांग्रेस में रहने का मतलब है कि हमें चमचागिरी करना और झूठ बोलना जरूरी है।