गुजरात में 8.71 लाख किसानों ने प्राकृतिक खेती अपनाई<चार माह में 12.64 लाख किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया
गांधीनगर। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों तथा राज्य की कृषि यूनिवर्सिटियों के कुलपतियों के साथ प्राकृतिक कृषि की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी दो वर्ष में हमें गुजरात को संपूर्ण जहरमुक्त खेती करता प्राकृतिक प्रदेश बनाना है। समग्र देश गुजरात से प्रेरणा ले ऐसा राज्य बनाना है। जैसे योग से समग्र विश्व में भारत की विशेष पहचान स्थापित हुई है, वैसे प्राकृतिक खेती विश्वस्तर पर भारत की विशेष पहचान स्थापित हो उसके लिए गुजरात से दुनिया को संदेश देना है। इसके लिए जरूरत पड़े तो हम 24 घंटे काम करने के लिए तत्पर हैं। राज्यपाल ने कहा कि गुजरात में अगस्त 2023 तक में 8.71 लाख किसानों ने प्राकृतिक खेती पद्धति अपना ली है। गुजरात में प्राकृतिक खेती पद्धति का दायरा बढ़ रहा है। 7.31 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती हो रही है। कृषि विभाग द्वारा अधिक से अधिक किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पिछले चार माह में 12.64 लाख किसानों को घर आंगन प्रशिक्षण दिया गया है। 8,441 गांव ऐसे हैं जिसमें से 75 से अधिक किसानों ने प्राकृतिक खेती पद्धति अपनाई है। राज्यपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रासायनिक खादों एवं कीटनाशक दवाओं का उपयोग संपूर्ण बंद हो उस संबंधी गंभीरतापूर्वक चिंतित हैं। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी गुजरात को संपूर्ण प्राकृतिक खेती करता राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जबकि डांग जिले की भांति गुजरात में आदिजाति की अधिक आबादी रखते अन्य जिलों को भी संपूर्ण प्राकृतिक खेती आधारित जिला बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने डांग जिले के प्राकृतिक खेती करते किसानों के अनुभवों का सतत अध्ययन कर उनको प्रशिक्षण से अपडेट रखने के लिए अधिकारियों को आदेश दिया।