- करोड़ों बहनें आज बन गईं लखपति दीदी, कांग्रेस ने महिलाओं को उनके अधिकारों से रखा वंचित
- हम मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने की बात करते थे लेकिन विपक्ष को अपनी राजनीतिक समीकरणों की चिंता थी
- पीएम ने बोडेली में 5206 करोड़ रुपए की विकास के कार्यों का उद्घाटन और लोकार्पण किया
वडोदरा
वडोदरा, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वडोदरा में नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर विपक्ष वास्तव में महिलाओं को लेकर चिंतित होता तो वह दशकों से महिलाओं को उनके अधिकरों से वंचित नहीं रखता। पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम में कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने महिलाओं के लिए शौचालयों के बारे में बात करने पर मेरा मजाक उड़ाया था। उन्होंने आगे कहा कि मैंने महिलाओं के लिए जनधन खातों की बात की, लेकिन इन्होंने उज्ज्वला योजना का भी मजाक उड़ाया। पीएम ने तीन तलाक के मुद्दे पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने की बात कर रही थी, लेकिन विपक्ष को अपनी राजनीतिक समीकरणों की चिंता थी। विपक्ष को मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की कोई चिंता नहीं थी। वह केवल अपने वोट बैंक को खोना नहीं चाहते थे। पीएम ने आगे कहा कि जब तीन तलाक के खिलाफ कानून लाया गया तो वह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए खड़े नहीं हुए। बोडेली में पीएम मोदी खुली जीप में खड़े होकर मंच तक पहुंचे। इस दौरान आदिवासी समाज ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद पीएम ने 5206 करोड़ रुपये के परियोजनाओं का शिलान्यास किया। अपने संबोधन में पीएम ने कहा- आज मुझे संतोष है कि आदिवासी क्षेत्रों के लिए जो योजनाएं बनी थीं, वे साकार होती जा रही हैं। सरकार विकास को आपके द्वार तक लेकर आई है। ऐसे में गांवों को कम कीमत पर इंटरनेट की भी सौगात मिल गई है। आज देश की करोड़ों बहनें आज लखपति दीदी बन गई हैं। आज बहनें यह नहीं कहतीं कि मेरे पास घर नहीं है। मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मैंने अपने देश की बहनों को उनका घर दिया है। मुझे आदिवासियों का आदर और सम्मान करने का अवसर दिया गया है। बोडेली के सरकारी कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वडोदरा पहुंचे, जहां महिला कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद पीएम ने नवलखी मैदान पर रखे गए नारी वंदन कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम ने कहा- सामाजिक भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी सीमित थी। गुजरात में पुरुष-महिला अनुपात चिंताजनक था। मातृसत्ता की भागीदारी बहुत कम थी। हमारी माताओं-बहनों को जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष झेलना पड़ा। जीवन का सबसे ज्यादा संघर्ष महिलाएं को करना पड़ता था। घर का चूल्हा जलाने और पानी भरने से लेकर बच्चों को पालने तक। लेकिन आज महिलाओं को पानी और चूल्हा जलाने की चिंता नहीं। हमारी सरकार ने महिलाओं को पानी, गैस सिलेंडर ही नहीं, बल्कि उनको घर भी दिया है। आज बहने अपने घर की खुद मालकिन हैं।