- छह साल में नहीं होने दिया एक भी पेपरलीक, छोड़ी अपनी अलग छाप
अहमदाबाद
जीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष दिनेश दासा को यूपीएससी में नियुक्त किया गया है। दिनेश दासा ने संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएसपी) का मेंबर नियुक्त किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) में पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने बतौर सदस्य शपथ लेने की फोटो भी साझा की है। गुजरात में दासा की पहचान एक क्रेडिबल और साथ-सुथरे ऑफिसर की रही है। दासा की गुजरात के युवाओं में काफी ज्यादा लोकप्रियता है। वे सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। वे कई मौकों पर युवाओं को मोटीवेट भी कर चुके हैं। इसके अलावा उन्हें सस्टेनबल डेवलपमेंट की अच्छी समझ है। यूपीएसपी में पहुंचने वाले वह मौजूदा समय में तीसरे व्यक्ति हैं। चेयरमैन मनोज सोनी और एक और सदस्य विद्युत स्वैन भी गुजरात से हैं। दिनेश दासा ने ट्विटर हैंडल यानी एक्स पर लिखा है कि मुझे यह बताते हुए सम्मानित और विनम्र महसूस हो रहा है कि माननीय राष्ट्रपति ने मुझे यूपीएससी के सदस्य के रूप में नियुक्त किया है। यह अवसर उस काम का विस्तार है जो मैंने जीपीएससी का नेतृत्व करते समय किया था। मेरे जीवन के इस महत्वपूर्ण क्षण में मैं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को उनके आशीर्वाद के लिए हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करता हूं। जिन्होंने मेरी पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया। उन्होंने यह भी लिखा, मैं अटूट समर्पण और ईमानदारी के साथ अपने प्यारे राष्ट्र की प्रगति में पूरे दिल से योगदान देने के लिए तैयार और उत्साहित हूं। डॉ. दिनेश दासा ने लगातार छह वर्षों तक जीपीएससी के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला है। 41 साल की उम्र में जीपीएससी के अध्यक्ष बनने वाले दिनेश दासा देश के पहले और सबसे कम उम्र के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष थे। चेयरमैन के रूप में अपने 6 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कुल 24,382 पदों पर भर्तियां निकालीं। तो 827 विज्ञापन भर्तियां की गई हैं। उनके कार्यकाल में पेपर लीक की एक भी घटना सामने नहीं आई है। दासा पूर्व में गुजरात टूरिज्म के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। दासा ने फॉरेस्ट लॉ और सस्टेबनल डेवलपमेंट पर डॉक्टरेट की उपाधि ली है। दासा मूलरूप से गुजरात के नवसारी के रहने वाले हैं। दासा अभी तक गांधीनगर में रह रहे थे।